Pok में पड़ोसी की नापाक प्लानिंग, इस महिला की ले रहा मदद
पाकिस्तान में सरकार (Government of Pakistan) बदलने के बाद पीओके (Pok) को लेकर प्लानिंग भी बदल गई है. अब खबर है कि ISI वहां एक बार फिर से टेररिस्ट कैंप एक्टिव (Terrorist camp in pok) कर रही है. और ऐसे में अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की सदस्य इलहान उमर (Ilhan Omar) के pok जाने के बाद भारत और भी बेचैन हो गया है.
क्या पाकिस्तान एक बार फिर से भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए प्लानिंग कर रहा है? क्या सरकार बदलने के बाद पड़ोसी ने एक बार फिर से नापाक इरादों के साथ पीओके में टेररिस्ट कैंप एक्टिव कर दिए हैं? इन सवालों पर पहले ही भारत सरकार उहापोह की स्थिति में थी लेकिन अब पाकिस्तान की एक और एक्टिविटी ने सरकार को परेशान कर दिया है. दरअसल अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की सदस्य इलहान उमर ने पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर का दौरा किया है.
ये दौरा ख़ूब सुर्खियों में है. भारत ने इलहान उमर की इस यात्रा की निंदा की है.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसे भारतीय क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन बताया है. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, उन्होंने कहा, “उन्होंने जम्मू-कश्मीर के एक ऐसे हिस्से का दौरा किया है, जिसपर वर्तमान में पाकिस्तान का अवैध क़ब्ज़ा है. अगर कोई राजनेता अपनी संकीर्ण मानसिकता की राजनीति करना चाहती हैं तो ये उनका काम हो सकता है लेकिन हमारी क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है.”
अपने पांच दिवसीय पाकिस्तान दौरे में इल्हान उमर पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के राष्ट्रपति सुल्तान महमूद चौधरी से मिलीं और प्रेस कॉन्फ्ऱेंस के दौरान मानवाधिकार का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इसपर कांग्रेस के अंदर और बाइडन प्रशासन में उतनी बात हो रही है, जितनी ज़रूरत है. इस यात्रा से मेरी उम्मीद ये है कि अब मानवाधिकार और इसके लिए काम करने वालों पर ज़्यादा चर्चा होगी. कश्मीर का सवाल भी इसमें शामिल होगा.”
अमेरिकी राज्य मिनेसोटा से निर्वाचित होने वाली 39 वर्षीय इलहान उमर, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के इतिहास में उन पहली दो मुस्लिम महिलाओं में से एक हैं जिन्होंने प्रतिनिधि सभा तक पहुंच हासिल की है. वह डेमोक्रेटिक पार्टी से जुडी हुई हैं. साल 2016 में हिजाब पहनने वाली इलहान उमर अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई थीं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि एक तरफ पीओके में पाकिस्तान आतंकवादियों को एक्टिव कर रहा है और दूसरी तरफ दुनिया के सामने खुद को पाक साफ दिखाने की कोशिश भी कर रहा है.
भारत में इलहाम उमर के दौरे को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है. कश्मीर के स्थानीय पत्रकारों और प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, इस यात्रा के दौरान वह कश्मीर में एक शरणार्थी कैंप का भी दौरा करेंगी, लेकिन उनकी गतिविधियों की डिटेल आधिकारिक तौर पर अभी तक साझा नहीं की गई हैं.
अगस्त 2019 में, भारतीय प्रशासित कश्मीर में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद लगाए जाने वाले कर्फ्यू और कम्युनिकेशन के माध्यमों को बंद करने के दौरान, इलहान ने अपने एक ट्वीट में कम्युनिकेशन को तुरंत शुरू करने की मांग की थी. उन्होंने भारतीय प्रशासित कश्मीर में मानवाधिकारों, लोकतांत्रिक सिद्धांतों और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए सम्मान और कश्मीर में तनाव कम करने की भी मांग की थी.