2022 में BJP को वोट देंगे? यह पूछने पर ‘चायवाले’ ने चाय पिलाने से इंकार कर दिया… जानिए क्यों?
यूपी में अखिलेश आ रहे हैं या फिर 2022 में दोबारा योगी आदित्यनाथ सरकार बना रहे हैं इस बात का फैसला यकीनन चुनाव के बाद नतीजे करेंगे लेकिन प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके गोमती नगर के एक चायवाले ने वोटों से जुड़े सवाल पर मुझे चाय पिलाने से मना कर दिया.
‘अब बस मुंह मत खुलवाओ…भरे बैठे हैं 2014 से लेकर 2019 तक मोदी जी को भगवान मानते थे. अपना छोड़िए अपने मोहल्ले के 100 से ज्यादा लोगों के वोट डलवाए हमने और आज यह दिन आ गया है कि मुंह से मोदी जी के लिए सिर्फ गालियां निकलती हैं’
मैंने सिर्फ इतना भर कहा था की और भाई साहब 2022 में बीजेपी को वोट दे रहे हैं. मेरा यह कहना था और चाय वाला शुरू हो गया. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके गोमती नगर के पत्रकारपुरम चौराहे पर चाय का ठेला लगाने वाले सर्वेश (बदला हुआ नाम) कहते हैं, ‘साहब कितनी महंगाई है. हम जो चाय बनाने के लिए गैस सिलेंडर इस्तेमाल करते हैं उस पर ₹300 बढ़ा दिया मोदी जी ने. बताइए क्या कमाए और क्या खाएं?’
‘भाई साहब मैं कट्टर भाजपाई था’
‘सर्वेश कहते हैं कि कोई अगर मेरी दुकान पर चाय खरीदने आता है और वह मोदी जी की तारीफ करता है या यह कहता है कि वह 2022 और 2024 में बीजेपी को वोट देगा तो मेरा मन तो यह करता है कि उसको चाय ना पिलांऊ. अरे यह भी कोई बात होती है आप करेंगे हिंदू मुसलमान और लेंगे आम आदमी की जान. भाई ऐसे नहीं चलेगा’…सर्वेश ने धारा प्रभाव अपने अंदर भरा गुबार मेरे सामने निकाल दिया. और मेरे मुंह पर मुझे चाय पिलाने से मना कर दिया. लेकिन मैं ठहरा पत्रकार मैंने सर्वेश को फिर कुरेदा.
इस बार दिवाली कैसे मनाई?
दिवाली कैसे मनाई इस सवाल के जवाब में सर्वेश कहते हैं. ‘दिवाली कैसे मनाई? महंगाई का यह आलम है कि दिवाली का त्यौहार मनाना मुश्किल हो गया. अजीब सरकार है जनता के मुद्दों से कोई मतलब ही नहीं. कांग्रेस ने भले ही 70 सालों में देश को लूटा हो लेकिन उसने आम आदमी की कमर इस तरह से कभी नहीं तोड़ी’ मैंने भी कांग्रेस को बहुत गालियां दी है 2014 और 2019 में लेकिन मेरा भरम 2021 आते-आते टूट गया और अब मुझे यह समझ आ गया है कि बीजेपी इस देश को चलाने के लायक नहीं है.
2022 में किसे वोट देंगे?
इस सवाल के जवाब में सर्वेश बताते हैं कि 2022 छोड़िए हम अपनी आने वाली नस्लों को यह बता जाएंगे कि कभी बीजेपी को वोट मत देना. यह पूछने पर कि चाय वाला प्रधानमंत्री बन गया आपको तो बड़ी उम्मीदें होंगी. इस पर सर्वेश भड़क जाते हैं और उल्टा हमी से पूछने लगते हैं कि आप बताइए कि हम खुश कैसे हों?
“2014 से लेकर 2021 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार और 2017 से लेकर 2021 तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने एक काम ढंग का किया हो तो बताएं. उल्टा जनता की महंगाई ने कमर तोड़ दी सो अलग. अरे ऐसा कहीं होता है. 1 लीटर सरसों का तेल खरीदने गया था दिवाली पर 1000 गालियां दी है मैंने इन दोनों को. इतना महंगा तेल कर दिया है बताइए”
सर्वेश से बात करके एक बात तो समझ आती है कि उत्तर प्रदेश में महंगाई एक बड़ा मुद्दा साबित होने वाला है. 2022 के विधानसभा चुनाव में यह एक बड़ा फैक्टर साबित होगा. राम मंदिर और हिंदू मुसलमान के दम पर 22 का चुनाव नहीं जीता जा सकता. क्योंकि अब बात आम आदमी के पेट पर आ गई है.
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