‘आंखें सूख गई हैं, कलेजा कांप जाता है बेटी के दर्द को महसूस करके…बेटी के शरीर का एक-एक टुकड़ा खोजना पड़ा है थैले में भरकर उसको घर लाए हैं.’
पटना ज़िले में बख़्तियारपुर के बिहटा गाँव मे रहने वाले अरविंद कुमार यह बताते बताते फफक फफक कर रोने लगते हैं. अरविंद कुमार का आरोप है कि उनकी बेटी को उसके पति ने दहेज के लिए मार डाला और फिर उसकी लाश के टुकड़े टुकड़े करके खेतों में गाड़ दिए. बिहटा गाँव की रहने वाली काजल की शादी पिछले साल नालंदा में हिलसा के नोनिया बिगहा गाँव के संजीत कुमार से की गई थी. संजीत रेलवे में ग्रुप डी के कर्मचारी हैं और बेंगलुरु में काम करते हैं.
काजल के परिवार का कहना है कि उन्होंने शादी के वक़्त क़रीब 12 लाख रुपये दहेज के अलावा गहने और मोटरसाइकिल दी थी, लेकिन लड़के के प्रमोशन का हवाला देकर एक साल बाद लड़के के परिवार की तरफ़ से छह लाख रुपये की और मांग की गई. परिवार ने आरोप लगाया है कि लड़की के साथ गाली-गलौच और मारपीट की गई थी. लड़की ने पहले अपने घर वालों से प्रताड़ना की शिकायत भी की थी. मंजू देवी के मुताबिक 17 जुलाई को आख़िरी बार उनकी बेटी से फ़ोन पर बात हुई थी.
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काजल के पिता अरविंद कुमार बताते हैं कि उनकी बेटी गर्भवती थी और जब भी फोन पर बात करके तो रोने लगती थी. उनका कहना है कि 20 जुलाई को पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. काजल की मां बताती हैं कि उनकी बेटी को बहुत प्रताड़ित किया जाता था. जब उनकी बेटी की बात नहीं हुई तब उन्होंने उसे खोजना शुरू किया.
उनका दावा है कि कुछ गाँव वालों ने उन्हें आसपास के खेतों में खोजबीन करने के लिए कहा. सड़क से क़रीब 500 मीटर अंदर खेतों के बीच परिवार वालों और पुलिस को कई टुकड़ों में एक लाश मिली. परिवार वालों का दावा कि पुलिस की मौजूदगी में उन्होंने टुकड़ों को खुद थैले में भरा. उनका दावा है कि लाश मिलने से एक दिन पहले तक अभियुक्त गाँव में ही थे.
पुलिस का कहना है, 20 जुलाई को मामला दर्ज किया. 20 जुलाई को ही शव के टुकड़ों को पोस्टमॉर्टम और डीएनए जाँच के लिए पटना भेजा गया. हालांकि परिवार वालों को अब भी रिपोर्ट का इंतज़ार है. पुलिस ने काजल के परिवार वालों को 23 जुलाई को शव के टुकड़े सौंप दिए थे जिसके बाद पटना में गंगा नदी के किनारे उनका अंतिम संस्कार किया गया
पुलिस ने 304 बी के तहत मामला दर्ज हुआ है. प्रताड़ना के कारण मृत्यु हुई है. हत्या हो या आत्महत्या डिपेंड करता है. सात लोगों को नामज़द किया गया है. लड़का, लड़के का भाई, दोनों बहनें और उनके पति. के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है. पुलिस का कहना है कि इस बात की पुष्टि अभी नहीं की जा सकी है कि मामला हत्या का है या ख़ुशकुशी के बाद लाश को काटा और जलाया गया है, लेकिन इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि मृत्यु प्रताड़ना के कारण हुई है.
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