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#WeWantOldPension: नई पेंशन स्कीम के खिलाफ अभियान, सरकार हिली

नई पेंशन के खिलाफ और पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा #WeWantOldPension सरकार के लिए चिंता का सबब बन गया है. बेसिक स्कूलों के शिक्षक पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सरकार के ऊपर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. दिनेशचन्द्र शर्मा के आह्वान पर शनिवार को शिक्षक ट्विटर समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अभियान छेड़े हुए हैं. शिक्षकों ने #WeWantOldPension ट्रेंड कराकर सरकार के ऊपर दबाव बनाने की कामयाब कोशिश की.

नई पेंशन लागू करने के खिलाफ लामबंद हुए कर्मचारी

खबर लिखे जाने तक इस हैशटैग के साथ करीब आठ लाख से ज्यादा लोगों ने ट्वीट किया है. और यह सुबह से नंबर एक पर ट्रेंड कर रहा है. संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सनत कुमार सिंह ने शुक्रवार को इस संबंध में ऑनलाइन बैठक कर सभी शिक्षकों को अपनी समस्याएं लिखने और उन्हें अधिक से अधिक फैलाने की अपील की थी.

बैठक में माता प्रसाद मिश्र, अनूप सिंह, राजेश सिंह, संजय राय, मनोज कुमार, गुलाबचंद मौर्य, आलोक पांडेय, ललित सिंह, राजीव पांडेय, अंजना सिंह, प्रतिमा सिंह, प्रतिभा सिंह, नीलिमा सिन्हा, रश्मि सिंह, नीलम राय आदि मौजूद थीं. लेकिन संघ को यह उम्मीद नहीं थी कि यह #टि्वटर पर सुनामी ले आएगा और सरकार की चूलें हिल जाएंगी.

कर्मचारियों को नई पेंशन तो विधायक सांसदों को पुरानी पेंशन क्यों?

#WeWantOldPension के साथ ट्वीट करते हुए अखिलेंद्र प्रताप लिखते हैं, एक देश दो विधान कुछ तो सोचो श्रीमान, शिक्षक कर्मचारियों को नई और खुद को पुरानी पेंशन नहीं चलेगी नहीं चलेगी’ सर्वेश प्रताप लिखते हैं कि “अगर नई पेंशन इतनी ही अच्छी है तो विधायकों और सांसदों पर यह लागू क्यों नहीं हो रही”

नई पेंशन योजना को लेकर हाई कोर्ट भी प्रदेश सरकार को फटकार लगा चुका है और यह पूछ चुका है कि नई पेंशन योजना में विधायकों और सांसदों को क्यों शामिल नहीं किया गया. हाईकोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि 30 35 साल सरकार को अपनी सेवाएं देने के बाद क्या कर्मचारियों को पेंशन का भी अधिकार नहीं है.

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