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”चीन के सामने नरेंद्र मोदी ने मत्था टेक दिया है”

लोकसभा में किसान आंदोलन पर बोलते हुए ‘हम दो हमारे दो’ वाली सरकार का नारा और अब प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी सरकार की सामरिक विफलता का जिक्र. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस वक्त पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को चौतरफा घेर रहे हैं.

”चीन के सामने नरेंद्र मोदी ने मत्था टेक दिया है. हमारी ज़मीन फिंगर 4 तक है लेकिन पीएम मोदी ने फिंगर 4 से 3 तक चीन को दे दिया. डेपसांग रणनीतिक इलाक़ा है. चीन यहां घुसा है लेकिन रक्षा मंत्री ने इस पर एक शब्द नहीं बोला. सच्चाई यह है कि हमारी जो पवित्र ज़मीन है उसे नरेंद्र मोदी ने चीन को दे दिया.” राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत और चीन के बीच सब कुछ ठीक होने की बात कही है. राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा,  ”पहली बात यह है कि भारत सरकार का रुख़ ये होना चाहिए था कि सरहद पर अप्रैल के पहले की जो स्थिति थी वही बहाल हो. अब भारतीय सेना के फिंगर 4 आने की बात कही गई है जबकि फिंगर 3 भारत का इलाक़ा है. पहला सवाल यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिन्दुस्तान की पवित्र ज़मीन चीन के हवाले कर दी.”

राजनाथ सिंह के समझौते वाले बयान पर पलटवार

कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ भारत के हुए समझौते को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री कायर हैं इसलिए चीन के सामने डटकर खड़े नहीं हो पा रहे. गुरुवार को रक्षा मंत्री ने राज्यसभा और लोकसभा में चीन के साथ सरहद पर जारी तनाव और विवाद को लेकर हुए समझौते पर बयान दिया था. राजनाथ सिंह ने सदन में कहा था, “मुझे सदन को यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि हमारे दृढ़ इरादे और टिकाऊ बातचीत के फलस्वरूप चीन के साथ पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिणी तट पर सेना के पीछे हटने का समझौता हो गया है.”

गुरुवार को राजनाथ सिंह ने संसद में कहा था, ”चीन अपनी सेना की टुकडि़यों को उत्तरी तट में फिंगर 8 के पूरब की दिशा की तरफ़ रखेगा. इसी तरह भारत भी अपनी सेना की टुकडि़यों को फिंगर तीन के पास अपनी स्थायी चौकी धन सिंह थापा पोस्ट पर रखेगा. इसी तरह की कार्रवाई दक्षिणी तटीय इलाक़े में भी दोनों पक्षों द्वारा की जाएगी. ये क़दम आपसी समझौते के तहत बढ़ाए जाएंगे और जो भी निर्माण आदि दोनों पक्षों द्वारा अप्रैल 2020 से उत्तरी और दक्षिणी तट पर किया गया है उन्‍हें हटा दिया जाएगा और पुरानी स्थिति बना दी जाएगी.”

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