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‘सीएम आदित्यनाथ इस्तीफा दें तब होगा हाथरस की बेटी के साथ इंसाफ’

हाथरस गैंगरेप मामले में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कटघरे में है. जिस तरह से पीड़िता के शव को आधी रात को जला दिया गया, मीडिया को पीड़िता के परिवार से मिलने नहीं दिया गया उसने कई सवालों को जन्म दिया है. और अब विपक्ष सीएम आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग कर रहा है.

कांग्रेस हाथरस के मुद्दे पर बीजेपी सरकार पर पूरी तरह से हमलावर हो गई है. जिस तरह से निरंकुश योगी सरकार और संवेदनहीन प्रशासन ने हाथरस की घटना पर रवैया दिखाया है वह सवालों के घेरे में है. सब एक ही सवाल कर रहे हैं कि आखिर हाथरस कांड में शासन प्रशासन क्या छिपाने की कोशिश कर रहा था. विपक्ष के हमले और मीडिया के दबाव के आगे सरकार झुक तो गई है लेकिन सवाल वही है कि क्या पीड़िता के परिवार के साथ इंसाफ होगा?

उत्तर प्रदेश के डीजीपी एचएस अवस्थी और अपर सचिव गृह अवनीश अवस्थी पीड़िता के परिवार से मिले हैं और दोनों ने एक सुर में यह कहा है कि एसआईटी की जांच के बाद दोषियों पर सख्त से सख्त कारवाई की जाएगी. लेकिन फिर भी परिवार को प्रशासन पर शासन पर यकीन नहीं है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मांग की है यूपी सरकार के मुखिया सीएम आदित्यनाथ नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दें तभी हाथरस की बेटी के साथ इंसाफ होगा.

उधर, बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने इस घटना की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के तमाम कार्यकर्ता हाथरस की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए सड़कों पर पुलिस की लाठियां खा रहे हैं और सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. लेकिन सरकार का पक्ष यह है कि विपक्ष हाथरस की बेटी को इंसाफ दिलाने के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने में लगा हुआ है. ऐसे में सवाल सिर्फ यही है कि क्या हाथरस की बेटी के साथ सत्ता इंसाफ करेगी?

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