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वो महिलाएं जिन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पैरों के नीचे से जमीन खींच ली!

अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है. एक तरफ डेमोक्रेट्स की तरफ से जो वाइडन और कमला हैरिस की मजबूत उम्मीदवारी और दूसरी तरफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने खड़ी मुश्किलें. डोनाल्ड ट्रंप के सामने पहली मुश्किल उनकी अपनी बहन है और दूसरी मुश्किल है एक पोर्न स्टार.

तो सबसे पहले उनकी बहन की बात करते हैं, एक ख़ुफ़िया रिकॉर्डिंग में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बड़ी बहन और पूर्व फ़ेडरल जज मैरिएन ट्रंप बैरी ने अपने भाई को झूठा बताया है. इसमें वो कह रही हैं कि उनके भाई का ‘कोई सिद्धांत नहीं है.’ ट्रंप की बहन मैरिएन को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ‘उसके बकवास ट्वीट और झूठ से, ईश्वर ही बचाए. यह धोखेबाज़ी और क्रूरता है.’ ट्रंप की बहन की यह टिप्पणी उनकी भतीजी मैरी ट्रंप ने रिकॉर्ड की थी. मैरी ट्रंप ने ही पिछले महीने एक किताब प्रकाशित की थी जिसमें राष्ट्रपति ट्रंप की कड़ी आलोचना की गई थी.

इस रिकॉर्डिंग को सबसे पहले वॉशिंगटन पोस्ट अख़बार ने प्रकाशित किया था जिसके बाद एसोसिएटेड प्रेस ने भी इसे छापा. मैरी ट्रंप ने अपनी जीवनी टू मच एंड नेवर इनफ़: हाऊ माई फ़ैमिली क्रिएटेड द वर्ल्ड्स मोस्ट डेंजरस मैन’ में यह रहस्योद्घाटन किया था कि उनके चाचा डोनाल्ड ट्रंप ने ख़ुद की जगह एसएटी की परीक्षा देने के लिए अपने दोस्त को पैसे दिए थे. बैरी अपने भाई डोनाल्ड का समर्थन करती रही हैं और पहले भी कह चुकी हैं कि वो दोनों बहुत क़रीब हैं. लेकिन डेमोक्रेट्स ट्रंप की बहन की यह रिकॉर्डिंग भुनाने में पीछे नहीं रहेंगे.

पोर्न स्टार से परेशान हुए अमेरिकी राष्ट्रपति

कैलिफ़ोर्निया की शीर्ष अदालत के जज ने राष्ट्रपति ट्रंप को स्टेफ़नी क्लिफ़ॉर्ड उर्फ़ स्टॉर्मी डेनियल्स को 44,100 डॉलर देने का आदेश दिया है. कोर्ट ने यह आदेश दोनों के बीच हुए एक गुप्त समझौते की क़ानूनी फ़ीस देने के लिए दिया है. दरअसल यह मामला 2006 का है. स्टोर्मी का आरोप है की ट्रंप ने उनके साथ शारीरिक संबंध बनाया. डेनियल्स का आरोप था कि ट्रंप ने 2006 में लेक ताहो के एक होटल के कमरे में उनसे शारीरिक संबंध बनाए थे. हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने इन आरोपों से इनकार किया था. डेनियल्स ने कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले अक्तूबर 2016 में 1.3 लाख डॉलर में उनसे चुप रहने के लिए एक समझौता किया गया था.

अभी देखना बेहद दिलचस्प होगा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आने वाले चुनाव में इन मुसीबतों से कैसे निपट ते हैं?

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