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‘भारत को नई नीति और नई रीति के साथ आगे बढ़ना होगा, साधारण से काम नहीं चलेगा’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार सातवीं बार स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर लाल क़िले से राष्ट्रध्वज लहरा ते हुए कहा कि की अब आत्मनिर्भर बनना ही होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत एक बार ठान लेता है तो करके दम लेता है.

Independence Day 2020: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से लगातार 7वीं बार तिरंगा फहराया. उन्होंने राष्ट्र को संबोधित करते हुए सशक्त, सुरक्षित और आत्मनिर्भर भारत का स्पष्ट संदेश दिया. उनके संबोधन में केन्द्र सरकार द्वारा राष्ट्र की प्रगति के लिए उठाए गए कदमों के साथ कुछ खास एलान भी शामिल रहे. 

पीएम मोदी का भाषण

भारत को आधुनिकता की तरफ़, तेज़ गति से ले जाने के लिए, देश के कुल मिलाकर इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट को एक नई दिशा देने की ज़रूरत है. ये ज़रूरत पूरी होगी- नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट से. इस पर देश 100 लाख करोड़ रुपए से ज़्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. अलग-अलग सेक्टर्स के लगभग 7 हज़ार प्रोजेक्ट्स की पहचान भी की जा चुकी है. ये एक तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति की तरह होगा.

भारत एक बार ठान लेता है तो करके रहता है. हमारे युवाओं और महिलाओं में अप्रतिम क्षमता है. हम आत्मविश्वास से भरा भारत चाहते हैं. हम आत्मनिर्भर भारत चाहते हैं. हमारे लिए विश्व एक परिवार है. आर्थिक विकास हो लेकिन मानवता के लिए जगह होनी चाहिए. आज दुनिया जुड़ी हुई है इसलिए समय की मांग है कि विश्व अर्थव्यवस्था में भारत का योगदान बढ़ना चाहिए. अगर भारत का योगदान बढ़ाना है तो भारत को आत्मनिर्भर होना होगा. हमारे देश में अथाह प्राकृतिक संपदा है. हमारे पास क्या नहीं है. हम दुनिया को कब तक कच्चा माल भेजते रहेंगे. हम कच्चा माल भेजते हैं और फिर उससे बनी चीज़ें ख़रीदते हैं. ये खेल कब तक चलेगा?

देश के किसानों को आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर देने के लिए कुछ दिन पहले ही एक लाख करोड़ रुपए का ‘एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड’ बनाया गया है. इसी लाल क़िले से पिछले वर्ष मैंने जल जीवन मिशन का ऐलान किया था. आज इस मिशन के तहत अब हर रोज एक लाख से ज़्यादा घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ने में सफलता मिल रही है. साल 2014 से पहले देश की सिर्फ़ पाँच दर्जन पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी थीं. बीते पांच साल में देश में डेढ़ लाख ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है. आने वाले 1000 दिन में देश के हर गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा.

भारत में महिलाशक्ति को जब-जब भी अवसर मिले, उन्होंने देश का नाम रोशन किया, देश को मज़बूती दी है. आज भारत में महिलाएं अंडरग्राउंड कोयला खदानों में काम कर रही हैं तो लड़ाकू विमानों से आसमान की बुलंदियों को भी छू रही हैं. देश के जो 40 करोड़ जनधन खाते खुले हैं, उसमें से लगभग 22 करोड़ खाते महिलाओं के ही हैं. कोरोना के समय में अप्रैल-मई-जून, इन तीन महीनों में महिलाओं के खातों में क़रीब-क़रीब 30 हजार करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए हैं.

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