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कफ़ील खान की रिहाई के लिए के लिए खाई कसम, योगी सरकार को चेताया

बहराइच में डॉक्टर कफील खान कि रिहाई की मांग तेज हो गई है. कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे डॉ कफील खान को रिहा करने की हस्ताक्षर अभियान के तहत सैकड़ों लोगों ने बहराइच में हस्ताक्षर कर डॉ कफील खान की रिहाई की मांग की है.

आपको बता दें कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) ने CAA के विरोध के दौरान कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के लिए रासुका के तहत जेल में बंद डॉक्टर कफील खान (Dr Kafeel Khan) की रिहाई की मांग वाली एक याचिका पर केंद्र और राज्य सरकार से बुधवार को जवाब दाखिल करने को कहा न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा और न्यायमूर्ति दीपक वर्मा की पीठ ने डॉक्टर कफील खान की मां नुजहत परवीन द्वारा दायर याचिका पर यह आदेश पारित किया. अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख 19 अगस्त तय की.

जनता का सेवक जेल में क्यों बंद है?

तो डॉक्टर कफ़ील की रिहाई के लिए कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के ज़िला चेयरमैन मुस्तकीम सलमानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को चेताया है कि वह जल्द डॉक्टर कफील खान को रिहा करें. उनका कहना है कि ‘जब ऐसे वक्त में अपराधी खुले में घूम रहे हैं. तो जनता सेवक डॉक्टर कफील खान जो एक नेक दिल इंसान हैं उन्हें जेल में बंद कर दिया गया है’

कांग्रेस नेता मुस्तकीम सलमानी का कहना है कि ‘अगर हमारी मांगे नहीं पूरी हुई या डॉक्टर कफील खान को जल्द रिहा नहीं किया गया तो यह आंदोलन और उग्र होगा और हम सब सड़क पर उतरेंगे इसके जिम्मेदार सरकार होगी’

CAA का विरोध करने पर हुई जेल

कफील खान नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध के दौरान 10 दिसंबर, 2019 को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के बाद 29 जनवरी, 2020 से जेल में बंद हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस भाषण को “भड़काऊ” मानते हुए उन पर रासुका लगा दिया. डॉक्टर कफील गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 2017 में ऑक्सीजन की कमी लेकर घटित दुर्घटना के बाद सुर्खियों में आए थे.

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रिपोर्ट: सय्यद रेहान कादरी

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