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नगर पंचायत बेबस है और कचरे ने अमेठी में ‘नर्क’ कर रखा है

अमेठी में प्रतिदिन बड़ी मात्रा में नगर से निकलने वाला कूड़ा अब नगर पंचायत प्रशासन के लिए जी का जंजाल बन चुका है. नगर पंचायत की कूड़ा गाड़ियां कचरे को राजकीय बालिका इंटर कालेज जाने वाली सड़क पर ही अब कचरा गिराने लगी हैं. जो स्थानीय लोगों के लिए अब परेशानी का सबब बन गया है. राहगीरों का इस सड़क से गुजरना मुहाल हो गया है.

बता दें कि कस्बे से निकलने वाले दैनिक कचरे के निष्पादन के लिए नगर पंचायत के लिए 33.67 लाख की लागत से तैयार होने वाले मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी (MRF) को शासन की हरी झंडी मिल चुकी है. इसके लिए गुन्नौर में जमीन की तलाश भी पूरी हो चुकी है. बावजूद इसके अभी प्रोजेक्ट पर काम शुरू नहीं हो सका. कस्बे में प्रतिदिन लगभग चार ट्राली कचरा निकलता है. जिसे डम्प करना नगर पंचायत के लिए चुनौती बना हुआ है.

कादूनाले के पास और नहर किनारे कचरा डंपिंग का प्रयास नगर पंचायत ने किया लेकिन आपत्ति होने पर कचरे को नगर पंचायत कार्यालय के पीछे डम्प किया जाने लगा. यहां कचरा डंपिंग का आलम यह है कि अब धरौली मार्ग से राजकीय बालिका इंटर कालेज जाने वाली सड़क पर कचरे का ढेर लगना शुरू हो गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि कचरा न केवल स्कूल आने जाने वाले बच्चों के लिए परेशानी का सबब बना है बल्कि इससे उठने वाली दुर्गंध से स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार हो गया है.

नगर पंचायत के अध्यक्ष बृजेश कुमार गुप्ता का कहना है कि गुन्नौर में बनने वाले डंपिंग ग्राउंड की जमीन का अभी तक चिन्हांकन नहीं हो पाया है. जिसके कारण कचरा डम्प करने का नगर पंचायत के पास कोई दूसरा विकल्प मौजूद नहीं है. भूमि के चिन्हांकन के बाद समस्या का निराकरण हो जाएगा. बता दें कि मौके पर पत्रकारों के पहुंचने के बाद कचरे को सड़क से हटा लिया गया है लेकिन इससे फैलने वाली दुर्गंध स्थानीय लोगों के लिए अभी भी परेशानी का सबब बना हुआ है.

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रिपोर्ट: कुमैल रिज़वी

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