Site icon Rajniti.Online

यह तस्वीर अगर हमें व्याकुल नहीं करती तो हम मर चुके हैं!

एमपी के गुना में दलित किसान के साथ पुलिस की बर्बरता के मुद्दे पर प्रदेश का सियासी तापमान बढ़ने लगा है। कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में लगी है. पूर्व सीएम कमलनाथ (kamal nath) ने इसे प्रदेश में जंगलराज का उदाहरण करार दिया तो सीएम शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chouhan) ने तत्काल कार्रवाई कर संकेत दे दिए कि बीजेपी इस मुद्दे पर कांग्रेस को आक्रामक होने देना नहीं चाहती.

क्या है पूरा मामला?

मध्य प्रदेश के गुना में मंगलवार को अतिक्रमण हटाने गई पुलिस ने किसान दंपति की लाठियों से पिटाई कर दी, जिसके बाद किसान दंपति ने कीटनाशक पीकर खुदकुशी की कोशिश की. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना जिले के कलेक्टर और एसपी को फौरन हटाने का निर्देश दिया है. साथ ही इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.

गुना में मॉडल कॉलेज निर्माण के लिए शासकीय कॉलेज प्रबंधन को 20 बीघा जमीन जगनपुर चक क्षेत्र में आवंटित की गई थी. इस जमीन पर लंबे समय से गब्बू पारदी नाम के व्यक्ति का कब्जा था. कुछ समय पहले राजस्व और पुलिस की टीम ने मिलकर अतिक्रमण हटवा दिया था. साथ ही जमीन को कॉलेज प्रबंधन को सौंप दिया गया था. हालांकि विभाग की लापरवाही की वजह से इस जमीन पर निर्माण नहीं हो सका था, जिसके चलते अतिक्रमणकारियों ने दोबारा जमीन को घेरना शुरू दिया था.

बताया जा रहा है कि गब्बू पारदी ने वह जमीन पैसे लेकर कुछ किसानों को दे दी थी, जिसके बाद उन किसानों ने वहां खेती करना शुरू कर दिया था. जब कॉलेज प्रबंधन की शिकायत पर राजस्व और पुलिस विभाग ने फिर मौके पर पहुंचकर जमीन को खाली कराने के लिए कार्रवाई की तो मामला बिगड़ गया. इस दौरान पुलिस ने एक किसान दंपति से मारपीट की, जिसके बाद उन्होंने कीटनाशक दवा पीकर खुदकुशी की कोशिश की. इसके बाद उनको फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया.

यह भी पढ़ें:

अपनी राय हमें rajniti.on@gmail.com के जरिये भेजें. फेसबुक और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |

Exit mobile version