टिकटॉक ने फरवरी 2019 में एक समझौते के तहत उसके 13 साल और उस से कम उम्र के यूजर के वीडियो और उनकी व्यक्तिगत जानकारी को हटा देने का वादा किया था, लेकिन कंपनी ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने टिक टॉक पर समझौते के उल्लंघन के कुछ और भी आरोप लगाए थे.
भारत में टिक टॉक पर प्रतिबंध लागू होने के बाद ऐप के लिए बुरी खबरें बढ़ती जा रही हैं. अमेरिकी एजेंसियां टिक टॉक के खिलाफ बच्चों की निजता को सुरक्षित रखने के 2019 के एक समझौते पर खरा नहीं उतरने के आरोपों की जांच कर रही हैं. अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमिशन (एफटीसी) और अमेरिकी सरकार के विधि मंत्रालय के साथ अलग अलग कॉन्फ्रेंस कॉल में इस विषय पर चर्चा की है.
मई में सेंटर फॉर डिजिटल डेमॉक्रेसी, कैंपेन फॉर ए कमर्शियल-फ्री चाइल्डहुड और कुछ और समूहों ने एफटीसी से शिकायत की थी कि टिक टॉक ने फरवरी 2019 में एक समझौते के तहत उसके 13 साल और उस से कम उम्र के यूजर के वीडियो और उनकी व्यक्तिगत जानकारी को हटा देने का वादा किया था, लेकिन कंपनी ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने टिक टॉक पर समझौते के उल्लंघन के कुछ और भी आरोप लगाए थे.
टिक टॉक के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी “अपने सभी यूजर के लिए सुरक्षा को गंभीरता से” लेती है.
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि अमेरिका में कंपनी “13 साल से कम के यूजर को सीमित रूप से ऐप से जोड़ती है जिसके तहत सुरक्षा और निजता के अतिरिक्त प्रावधान होते हैं जिन्हें विशेष रूप से छोटी उम्र के ऑडियंस के लिए ही बनाया गया है”.
ये भी पढ़ें:
- सिलिकॉन वैली पहुँचा JOIST, वैश्विक संबंधों को विस्तार देने की कोशिश!
- क्या खत्म हो गई है पीएम मोदी और ट्रम्प की दोस्ती?
- मुश्किल में बीजेपी नेता विकास गर्ग, गाज़ियाबाद कोर्ट ने कहा- “दोबारा जाँच करके रिपोर्ट पेश करे पुलिस” जानिए क्या है पूरा मामला?
- क्या है लॉकबिट जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है?
- शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश ने दी मुश्किल मोर्चे की जिम्मेदारी, जानिए बदायूं से क्यों लाड़वा रहे हैं लोकसभा चुनाव?
अपनी राय हमें rajniti.on@gmail.com के जरिये भेजें. फेसबुक और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |