बहराइच में सपाइयों ने बढ़ते तेल और डीजल की कीमतों के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका था. जिसके बाद प्रशासन ने तीन नामजद और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया है. इसमें एक कार्यकर्ता ऐसा भी है जो उस दिन मौके पर मौजूद नहीं था .
’27 जून को हम लोगों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया था. जिसकी वजह डीजल पेट्रोल के बढ़ती कीमत थी. हम लोगों ने सिर्फ आम जनमानस की आवाज को उठाने का काम किया था. जो कि लोकतंत्र में पूरी तरह से संभव है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और मुख्यमंत्री के इशारे पर समाजवादी युवाओं पर मुकदमा किया जा रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘ बहराइच पुलिस ने भी अपना वही काला चेहरा उजागर करने का काम किया है. हम लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग पालन करते हुए और गमछा लगाकर के प्रदर्शन किया था. उसमे मात्र केवल 5 लोग ही थे. क्योंकि धारा 144 लागू है. उसके बावजूद भी झूठे आरोप लगाए गए हैं की धारा 144 का उल्लंघन किया गया है. लेकिन हम समाजवादी लोग मुकदमे से डरने वाले नहीं हैं. अगर आम जनमानस की आवाज आवाज उठाना गुनाह है तो यह गुनाह समाजवादी बार-बार करेंगे क्योंकि लोकतंत्र में आम जनमानस की आवाज को बुलंद करने का काम समाजवादी लोग करेंगे. ‘
उन्होंने कहा कि ‘दुख तब होता है जब मात्र 48 घंटे के अंदर जिले में पांच पांच हत्याएं हो जाती है. तब कप्तान साहब की नींद नहीं खुलती है. तब प्रशासन हमारा सो रहा होता है लेकिन अगर समाजवादी पार्टी द्वारा संवैधानिक तरीके से अगर कोई कार्यक्रम कर दिया जाता है. तो समाजवादियों पर मुकदमा लगाने का काम करता है पुलिस प्रशासन’
इस मामले में पूर्व विधायक समाजवादी पार्टी के नेता के के ओझा का कहना है कि ‘समाजवादियों को अन्याय के खिलाफ लड़ने का अधिकार है. डीजल पेट्रोल के बढ़ते मूल्यों के विरोध में लड़ने का समाजवादियों को अधिकार है और अगर हम लोगों पर ऐसे ही फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं. अब हम लोग और बड़े-बड़े आंदोलन करेंगे हम लोग झुकने वाले नहीं हैं. पार्टी के लोग कभी मुकदमा से नहीं डरते हैं. उन्होंने कहा कि योगी का तख्ता पलटने वाला है. योगी की नींद उड़ने वाली है.’
‘मैं मौके पर था भी नहीं और मुकदमा दर्ज कर दिया’
तो वही इस संबंध में एक ऐसे कार्यकर्ता भी मुकदमा दर्ज किया गया है जो पुतला फूंकने के दौरान वहां पर नहीं मौजूद था इस संबंध में गैर मौजूद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हर्षित त्रिपाठी का कहना है कि ’27 तारीख के पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों पर समाजवादी पार्टी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया था समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महंगाई के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकने का काम किया था. लेकिन मैं मौके पर मौजूद नहीं था बावजूद इसके प्रशासन की तानाशाही कुछ इस हद तक बढ़ चुकी है, सरकार का कुछ इस तरह दबाव है प्रशासन पर कि जो मौजूद नहीं रहता है उस समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता पर भी मुकदमा कायम कर दिया जाता है. लेकिन हम सत्ता को बताना चाहते हैं की समाजवादी मुकदमों से डरने वाले नहीं हैं’
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रिपोर्ट: सय्यद रेहान कादरी
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