एक जुलाई को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के जन्म दिन पर पार्टी के युवा कार्यकर्ता जोश से भरे हुए नजर आए. फिरोजबाद में शिकोहाबाद के युवा समाजवादी नेताओं ने गरीब तबके के इलाकों में जाकर फल बांटे, केक काटा और आवाह्न किया कि 2022 में अखिलेश यादव को सीएम की कुर्सी तोहफे में देंगे.
जैसे जैसे 2022 के विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं. समाजवादी पार्टी के युवा नेता खुलकर मैदान में आ रहे हैं. मौका पार्टी मुखिया अखिलेश यादव के जन्म दिन का था और डिंपल यादव ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि वो सादगी से जन्मदिन मनाएं. ऐसे में फिरोजाबाद के शिकोहाबाद में युवा कार्यकर्ताओं ने गरीबों में फल बांटे और उन्हें हाल चाल लिए. कोरोना के चलते समाजवादी पार्टी के युवा नेता जिले में काफी सक्रिय रहे हैं. 2019 के नतीजों के बादा सपा की जिला इकाई के लिए चुनौती है कि वो दोबारा से जिले में पकड़ बनाए. ऐसे में इन्हीं जोशीले युवाओं के सहारे सपा सत्ता वापसी की तैयारी कर रही है.
गरीबों ने कहा- सपाईयों में है मानवता
रेहड़ी वाले, दिहाड़ी मजदूर और पटरी वालों ने भी समाजवादी साथियों की तारीफ़ करते हुये कहा कि ‘इस लॉकडाउन जैसी संकट की घड़ी में भी हर दिन भोजन की व्यवस्था की जिससे हम मजबूती से इस संकट की घड़ी से निपट सकेट’, वहीं समाजवादी युवा कार्यकर्ताओं का कहना है वो 2022 में अखिलेश यादव को सीएम बनाकर उन्हें जन्मदिन का तोहफा देंगे. जिले के युवा नेता पवन यादव ने कहा, ‘ हमने तो ठान ली है अब चांहे जो हो जाए हम सपा की सरकार बनवाएंगे. और जनता भारतीय जनता पार्टी की सरकार से परेशान हो गई है. सरकार डीज़ल और पेट्रोल के दामों को बढ़ाकर लोगों की जेब पर डाका डालने का काम कर रही है, इसलिए कोरोना काल में परेशान गरीब तबके के लिए सपा कार्यकर्ता आधी रात को तैयार है.’
फल वितरण के मौके पर पवन यादव, युवा कार्यकर्ता अनिरुद्ध यादव उर्फ आनू , पुष्पेंद्र यादव , ईशु यादव , पवन यादव छात्र सभा, प्रशांत यादव, मोहम्मद काशी , अभिषेक यादव व अन्य सभी लोग मौजूद रहे. आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अब 47 के हो गए हैं. अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव (Dimpal Yadav) कन्नौज से पूर्व सांसद रह चुकी हैं. उनकी दो बेटियां और एक बेटा है. अखिलेश के घर का नाम टीपू है. एक जमाना था जब वो राजनीति में नहीं आना चाहते थे लेकिन उसके बाद वो देश के सबसे अहम सूबे के सीएम बने और अब समाजवादी सोच रखने वाले युवाओं के प्रेरणाश्रोत हैं.
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