‘प्रधानमंत्री इधर-उधर की बात कर रहे हैं लेकिन चीन पर कुछ कहने से डर रहे हैं’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई अहम घोषणाएं कीं. इसमें एक राष्ट्र एक राशन कार्ड प्रमुख है. प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री हर बात कर रहे हैं लेकिन चीन की बात करने से डर रहे हैं .
पहले बात प्रधानमंत्री के संबोधन की करते हैं, उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि, साथियों, ये बात सही है कि अगर कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को देखें तो दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है. समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है. जब से देश में अनलॉक.1 हुआ है, व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार में लापरवाही भी बढ़ती ही चली जा रही है. पहले हम मास्क को लेकर, दो गज की दूरी को लेकर, 20 सेकेंड तक दिन में कई बार हाथ धोने को लेकर बहुत सतर्क थे. लॉकडाउन के दौरान बहुत गंभीरता से नियमों का पालन किया गया था. अब सरकारों को, स्थानीय निकाय की संस्थाओं को, देश के नागरिकों को, फिर से उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है. विशेषकर कन्टेनमेंट जोन्स पर हमें बहुत ध्यान देना होगा.
बीते तीन महीनों में 20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं. इस दौरान 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं. एक और बड़ी बात है जिसने दुनिया को भी हैरान किया है, आश्चर्य में डुबो दिया है. वो ये कि कोरोना से लड़ते हुए भारत में, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने का राशन, यानी परिवार के हर सदस्य को 5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त दिया गया. एक तरह से देखें तो, अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को, और यूरोपियन यूनियन की आबादी से लगभग दोगुने से ज्यादा लोगों को हमारी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है .
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक, यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाए. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे. अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए हो जाता है . अब पूरे भारत के लिए एक राशन-कार्ड की व्यवस्था भी हो रही है यानि एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड ‘वन नेशन, वन राशनकार्ड’. इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीब साथियों को मिलेगा, जो रोज़गार या दूसरी आवश्यकताओं के लिए अपना गांव छोड़कर के कहीं और जाते हैं.
पीएम के संबोधन के बाद कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संदेश के बाद हमला किया है. राहुल गांधी ने एक शायराना ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है . उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कोरोना की बात की और चीन का कोई ज़िक्र नहीं किया.
कांग्रेस ने चीन का ज़िक्र नहीं किए जाने पर मोदी पर निशाना साधा और कहा कि चीन की निंदा करना तो दूर प्रधानमंत्री अपने संबोधन में इस बारे में बात करने से भी डर रहे हैं.
खैर यह तो राजनीति है और आरोप-प्रत्यारोप तो चलता रहता है . लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगर बात करें तो वह अपने लंबे संबोधनों के लिए जाने जाते हैं लेकिन कोरोना काल में मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संदेश को उन्होंने बहुत छोटा रखा और सिर्फ़ 16-17 मिनट तक भाषण दिया. लोगों को उम्मीद थी कि शायद वो कोरोना के अलावा भारत-चीन विवाद पर भी कुछ बोलेंगे लेकिन उन्होंने चीन के बारे में कोई बात नहीं की.
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