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भारत-चीन विवाद: जगह-जगह शुरू हुआ विरोध, हिंदू जागरण मंच ने फूंका चीनी राष्ट्रपति का पुतला

बीते छह सालों में जब से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली है, 18 बार दोनों देशों के बीच मुलाक़ातें और बातचीत हुई है. इन सब कोशिशों को दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने के पहल की तरह से ही देखा गया. इसलिए बीते दो दिनों में सीमा पर हिंसक झड़पों के बाद हर कोई सवाल पूछ रहा है कि आख़िर अचानक ऐसा क्या हुआ? भारत और चीन के बीच बात इतनी क्यों बिगड़ गई कि नौबत हिंसक संघर्ष तक पहुँच गई.

भारत-चीन विवाद: अब पूरे देश में चीन के खिलाफ विरोध शुरू हो गया है. बहराइच में चीन की कायराना हरकत को लेकर विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. देश के नागरिकों में चीन के विरोध आक्रोश को उबाल मार रहा है. हिंदू जागरण मंच ने चीनी राष्ट्रपति शी जिंनपिंग का पुतला फूंक कर विरोध जताया.

नेपाल सीमावर्ती जनपद बहराइच में चीनी सेना की कायराना हरकत को लेकर नागरिकों में सख्त आक्रोश है. मंगलवार को गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा छल बल से भारतीय सैनिकों की शहादत को देश भूल नहीं पा रहा है. लोगों में आक्रोश का आलम यह है कि वह स्वयं चीनी सैनिकों के कॉलेजों को फाडकर भारतीय सैनिकों की शहादत का बदला लेने की बात कह रहे है. मंगलवार को समाजवादी छात्र सभा द्वारा चीन का पुतला फूंकने के बाद आज हिंदू जागरण मंच द्वारा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंक कर आक्रोश जताया है.

https://youtu.be/rsELUlJ20Fk

हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष धनंजय सिंह के नेतृत्व में जागरण मंच के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने पानी टंकी चौराहे पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के चित्र को जूतों से पीटने के बाद उनका पुतला जलाकर आक्रोश जताया. हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष धनंजय सिंह ने कहा कि वह लोग चीन से बदला चाहते हैं. उन्होंने कहां की चीन ने जिस तरह से भारतीय सेना पर आक्रमण किया है उसका हम प्रतिशोध लें. उन्होंने कहा कि देश का हर एक नागरिक चीन से पूछो लेने के लिए तैयार है हिंदू जागरण मंच के नेता दीपक सोनी ने कहा कि विश्वासघात चीन की पुरानी नीति है. जिसके तहत उसने छलबल से भारतीय सैनिकों पर हमला किया है.

उन्होंने कहा कि चीन शायद यह भूल गया है की यह 1962 का नेहरु का भारत नहीं है. यह 2020 मोदी का भारत है. यह भारत चीनी सेना की छाती पर चढ़कर उनकी गर्दन काट कर चलना जानता है. यह भारत 12 से छाती पर चढ़कर के हमारे सैनिकों के लहू का बदला गर्दन काट के लेना जानता है.

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रिपोर्ट: सय्यद रेहान कादरी

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