वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने 9 बड़े एलान की बात कही. इसमें किसानों, प्रवासी मजदूरों, स्ट्रीट वेंडर और शिशु मुद्रा लोन के बारे में एलान शामिल है. वित्त मंत्री ने जानकारी दी है कि पिछले 3 महीनों के दौरान करीब 3 करोड़ किसानों को सस्ती दरों पर करीब 4.2 लाख करोड़ का लोन दिया गया है.
लॉकडाउन के दौरान कोआपरेटिव, रूरल बैंक, नाबार्ड को 29500 करोड़ रुपये के रिफाइनेंस का प्रावधान किया है. मार्च में ग्रामीण विकास के लिए 4200 करोड़ का फंड उपलबध कराया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा मार्च में नाबार्ड के जरिए ग्रामीण बैंकों को पैसा मुहैया कराया गया ताकि ये ऋण दिए जा सकें.
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25 लाख नए किसान क्रेडिट कार्ड बनेंगे
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान पिछले 2 महीनों में करीब 25 लाख नए किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं. इन्हें भी 25 हजार करोड़ का ऋण दिया गया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा गांव की अर्थव्यवस्था के लिए 2 महीने में कदम उठाए गए कोविड के हमले के बाद भी बैंकों के जरिए गतिविधियां जारी रहीं 63 लाख लोन दिए गए. इसकी कुल राशि 86600 करोड़ रुपये है. इससे किसानों को राहत मिली है.
शहरी बेघर गरीब हैं उनके लिए केंद्र सरकार की ओर से व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए पिछले 2 महीने में 11 हजार करोड़ रुपये दिए गए हैं. इसके लिए 10 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं आगे जरूरत पड़ने पर और खर्च किया जाएगा. जो मजदूर लौट रहे हैं उन्हें विभिन्न मंत्रालयों के जरिए मनरेगा में इनरोल किया जा रहा है. मनरेगा एक्ट के तहत उन्हें अपने ही राज्य में काम दिया जा रहा है.