अमेरिकी लेबर विभाग का कहना है कि 1.81 करोड़ नौकरियां अस्थाई रूप से गई हैं और कंपनियों को उम्मीद है कि स्थिति में सुधार के साथ अर्थव्यवस्था भी फिर से दुरुस्त हो जाएगी.
कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल अप्रैल में अमरीका में 2.05 करोड़ लोग बेरोज़गार हुए हैं जिसके बाद यहां बेरोज़गारी दर बढ़ कर 14.7 फीसदी हो गई है. 1930 में आए ग्रेट डिप्रेशन के बाद से ये बेरोज़गारी दर अब तक सबसे कम है. हालांकि अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा है कि उन्हें बेरोज़गारी दर के बढ़ने की पूरी आशंका था और उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में अर्थव्यवस्था में विकास होगा. यहां आपको ये भी बता दें कि दो महीने पहले तक देश में बेरोज़गारी की दर 3.5 फीसदी थी जो बीते पचास सालों में सबसे कम था.
Also read:
- क्या है लॉकबिट जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है?
- शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश ने दी मुश्किल मोर्चे की जिम्मेदारी, जानिए बदायूं से क्यों लाड़वा रहे हैं लोकसभा चुनाव?
- CII India Europe Business and Sustainability Conclave 2024: एजुकेशन सेक्टर में अडानी ग्रुप नया एक्सपेरिमेंट, यूरोप की बड़ी आईटी कंपनी जॉइस्ट इनोवेशन पार्क से किया एमओयू
- दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा कहां है?
- Online Gambling: लूट के तंत्र ने कानून को किया बेबस
कोरोना महामारी की शुरुआत के वक्त से ही इसका असर अमरीका की अर्थव्यवस्था पर पड़ता दिख रहा है और यहांबीते सालों की अपेक्षा विकास दर में गिरावट नज़र आ रही है. कोरोना के कारण दुकानें बंद हैं और रीटेल सेल्स में रिकॉर्ड गिरावट आई है.अमरीकी लेबर विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अर्थव्यवस्था के सभी सेक्टर में गिरावट दर्ज की जा रही है.
सबसे अधिक प्रभावित हॉस्पिटालिटी सेक्टर है जहां क़रीब 77 लाख नौकरियां गई हैं. वहीं शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में करीब 25 लाख नौकरियां और रीटेल सेक्टर में क़रीब 21 लाख लोगों की नौकरियां गई हैं. लेबर विभाग का कहना है कि 1.81 करोड़ नौकरियां अस्थाई रूप से गई हैं और कंपनियों को उम्मीद है कि स्थिति में सुधार के साथ अर्थव्यवस्था भी फिर से दुरुस्त हो जाएगी.