बहराइच: कोरोना वार्ड में जमकर हुआ नाच, डॉक्टर बोले देखते हैं
रिपोर्ट- रेहान कादरी
कोरोना वायरस की महामारी से दुनिया भर में अब तक 206,055 लोगों की जान जा चुकी है. संक्रमितों की कुल संख्या 29 लाख से ज़्यादा हो गई है.
एक तरफ हाहाकार मचा है तो वहीं बहराइच में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वाइरल हो रहा है. वीडियो बहराइच के कोरोना वार्ड का है जहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती है भर्ती मरीजों में से अचानक एक मरीज़ कोरोना वार्ड में उठकर नाचने और झूमने लगता है फोन में गाना बजा कर लगातार डांस करता है तभी उसके बगल में दूसरा कोरोना पेसेंट जो भर्ती था उसने उस वीडियो को कैमरे में कैद कर लिया और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया में वायरल हो गया
वीडियो ने कई सारे सवाल उठाकर खड़े कर दिए हैं. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह से कोरोना मरीज खड़ा होकर डांस कर रहा है. कोरोना पेसेंट के वायरल वीडियो में आप मरीज के पीछे दे सकते हैं कि वेंटिलेटर और ऑक्सीजन जैसी कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है और तो और कुछ मरीजों ने माक्स भी नहीं लगा रखा है.
आपको बता दें सीमावर्ती जनपद बहराइच में 2 ज़िले के कोरोना पेसेंट भर्ती हैं. जनपद बहराइच और श्रावस्ती को मिलाकर इस सब वार्ड में 13 मरीज भर्ती हैं. लेकिन यहां वेंटिलेटर के साथ-साथ ऑक्सीजन जैसी सुविधा भी उपलब्ध नहीं है. और तो और यहां पर कुछ मरीजों ने तो मुंह पर माक्स भी नहीं लगा रखा है. मरीज बेफिक्र होकर कहीं भी जा रहे हैं और कहीं से भी आ रहे हैं.
वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि ना स्वास्थ्यकर्मी है और ना ही कोई गार्ड है. आपको बता दें अभी हाल ही में कोविड संक्रमित मरीज़ मिलने के बाद जिले में डर का माहौल है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना के 20835 सक्रिय मामले हैं और अब तक 6184 मरीज़ ठीक हो चुके हैं.
लव अग्रवाल ने कहा-
- देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामले 28380 हैं. मरने वालों की संख्या बढ़कर 886 हुई.
- देश में 24 घंटों में कोरोना के 1463 नए मामले.
- देश में कोरोना संक्रमण का रिकवरी रेट 22.17 फ़ीसदी हुआ.
- 85 ज़िलों में बीते 14 दिनों से एक भी नया मामला सामने नहीं आया.
- 16 ज़िलों में 28 दिनों से कोई नया मामला नहीं. देश में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है.
- रेड ज़ोन से ऑरेंज ज़ोन और उससे ग्रीन ज़ोन में आना ही मुख्य प्रयास है.
- यह लड़ाई, मरीज़ों, डॉक्टरों या सरकार की नहीं है, यह लड़ाई पूरे समाज की है.
- ठीक हुए मरीज़ संक्रमण नहीं फैलाते. वो प्लाज़्मा देकर दूसरे संक्रमित मरीज़ों के ठीक होने में मदद कर सकते हैं.
- बीमार व्यक्ति के साथ खड़े होने की ज़रूरत. हमारी लड़ाई बीमार से नहीं, बीमारी से है.
- कोरोना योद्धाओं को दिल से सम्मान देने की ज़रूरत.
- कोरोना मददगारों को निशाना न बनाया जाए.