इंसान ही नहीं अर्थव्यवस्था को भी तबाह कर देगा कोरोना वायरस
कोरोना वायरस ने चीन में तबाही मचा रखी है. दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं. इस वायरस से इंसान ही नहीं बल्कि अर्थव्यवस्था को भी खतरा हो सकता है.
चीन के अलावा कोरोना वायरस दूसरे देशों में भी फैल रहा है. इस वायरस से बचने के उपाय तलाशे जाने लगे हैं. लेकिन क्या क्या इस खतरनाक वायरस से बचने का कोई तरीका है? डॉक्टरों के मुताबिक ये वायरल जैसे ही किसी इंसान से दूसरे इंसान में संक्रमित होता है इसे रोकना मुश्किल हो जाता है. रिसर्चर कहरहे हैं कि अभी तक ये पता लगाने में कामयाबी नहीं मिली है कि ये वायरल संक्रमित होता है कैसे है?
कैसे फैलता है कोरोना वायरस?
यह वायरस संक्रमित हवा में सांस लेने से ही फैलता है. यह कैसे फैल रहा है इसकी जांच की जा रही है. इस वायरस को पहली बार चीन के वुहान शहर के मांस और मछली बाजार में पाया गया गया था. इस बाजार को फिलहाल बंद कर दिया गया है. माना जा रहा है कि यह वायरस इंसान और संक्रमित जानवर के बीच सीधे संपर्क या हवा के माध्यम से फैला होगा. जो वायरस इंसान और जानवरों के बीच फैलते हैं उनसे “जूनोटिक” बीमारी कहा जाता है.
जब इंसान संक्रमित पशु का मांस खाता है तब ऐसे वायरस फैल सकते हैं. जानवर के मांस को ठीक से पकाया ना गया हो या गंदी जगह में तैयार किया गया हो, तब भी यह वायरस फैल सकता है. जब इस वायरस का संक्रमण किसी इंसान में होता है तो सिरदर्द, खांसी, गले में खराश, बुखार, लगातार छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना, थकान महसूस होना, निमोनिया हो जाना या फेफड़ों में सूजन जैसे लक्षण हो सकते हैं.
बूढ़े व्यक्तियों के लिए यह वायरस और घातक हो सकता है क्योंकि जवान लोगों की तुलना में बूढ़े लोगों में रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है. विशेषज्ञों ने हाल ही में कोरोनो वायरस के जीन अनुक्रम को डिकोड किया जिसे 2019-एनसीओवी का नाम दिया गया है. इस वायरस को 1960 के दशक में खोजा गया था. उसकी मुकुट जैसी आकृति की वजह से उसे कोरोना या क्राउन नाम दिया गया. ऐसे वायरस घातक नहीं होते हैं लेकिन कभी-कभी यह आंत से संबंधी बीमारियों को पैदा कर सकता हैं.
चीन के अलावा यह वायरस अब तक अमेरिका, थाईलैंड, जापान, दक्षिण कोरिया, और ताइवान को भी अपनी चपेट में ले चुका है. कोरोना वायरस एक आरएनए वायरस है जो बाकि वायरस से आनुवंशिक रूप में अलग है. इस वजह से यह दो अलग प्रजातियों के बीच आसानी से फैल सकता है और उन्हें संक्रमित कर सकता है. कुछ कोरोना वायरस सामान्य सर्दी जुकाम का कारण बन सकते हैं, तो कुछ गंभीर बीमारियों को विकसित कर सकते हैं. सांस लेने में कठिनाई, निमोनिया, आंत की बीमारियां मौत का कारण भी बन जाती हैं.
कोरोना अर्थव्यवस्था को तबाह कर सकता है
2002 और 2003 में कोरोना वायरस का एक प्रकार “सार्स” 30 देशों में फैल गया था. दुनिया भर में आठ हजार से ज्यादा लोग सार्स से संक्रमित हो गए थे. एक हजार लोग मारे गए थे. कोरोना वायरस ने एशियाई शेयर बाजारों को प्रभावित किया है. 2002 से 2003 तक सार्स के कारण एशिया के बाजारों को भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ी थी जिसमें पर्यटन उद्योग प्रमुख था. इस बार भी हालात कुछ कुछ वैसे ही हो गए हैं. इस वायरस से ट्रांसपोर्ट और बीमा सेक्टर को खासा नुकसान उठाना पड़ेगा. अगर 2003 से आंकलन करें तो तब 2003 की दूसरी तिमाही में वैश्विक विकास की दर में में सार्स की वजह से एक फीसदी की गिरावट हुई थी. ये एक बड़ी गिरावट थी.