उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद पीड़ित परिवार सदमे में है और मांग कर रहा है कि आरोपियों को गोली मार देनी चाहिए. पीड़ित परिवार का कहना है कि उनकी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए यूपी पुलिस हैदराबाद पुलिस की तर्ज पर कार्रवाई करे.
उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता ने शुक्रवार रात 11.40 मिनट पर दम तोड़ दिया. वो 90 फीसदी तक जल चुकी थी. डॉक्टरों का कहना है कि पीड़िता की मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई है. इस घटना के बाद विपक्ष ने कहा है कि योगी सरकार कानून व्यवस्था संभालने में पूरी तरह से फेल हो गई है. घटना को लेकर अखिलेश यादव ने विधानसभा के बाहर धरना दिया, उन्होंने कहा,
मुख्यमंत्री और डीजीपी को हटाए बिना प्रदेश में कानून-व्यवस्था लागू नहीं हो सकती
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी काफी आक्रोशित नजर आईं. उन्होंने कहा
सामाजिक तौर पर हम सब दोषी हैं, ये उत्तर प्रदेश में खोखली हो चुकी व्यवस्था को भी दिखाता है
पीड़िता की बहन ने कहा है कि चाहे मुझे भी जला दिया जाए, लेकिन उसके हत्यारों को नहीं छोड़ूंगी. पीड़िता के पिता का भी कहना है कि मौत का बदला सिर्फ मौत होता है. गुनहगारों को बगैर देर किए फांसी मिले या उन्हें दौड़ाकर गोली मार दी जाए.
उन्नाव की घटना पर राजनीति गर्मा गई है. घटना के बाद से सपा और कांग्रेस योगी सरकार को घेर रहे हैं. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा के बाहर धरना देकर अपना विरोध दर्ज कराया तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्नाव में पीड़ित के परिजन से मिलने उनके घर पहुंचीं.
पीड़िता का परिवार डरा हुआ भी है. पीड़िता के पिता का कहना है कि
‘‘ परिवार को एक पैसा नहीं चाहिए। बस, मेरी बेटी को इंसाफ मिले। परिवार को आरोपी सरेआम जान से मारने की धमकी सरेआम देते थे। कई बार यह भी कहा कि केस वापस नहीं लिया तो परिवार और बेटी को आग लगा देंगे। पुलिस को इसकी जानकारी दी, लेकिन वे हर बार टालमटोल करते रहे। बेटी की मौत की खबर अखबार से मिली। पुलिस या प्रशासन का कोई आदमी यह बताने नहीं आया। हमारे विधायक ने भी कोई खैरख्वाह नहीं ली।’’
पीड़िता के पिता
उन्नाव में इस घटना के बाद सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. बिहार कस्बे को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. पुलिस और जिला प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. कस्बे में सन्नाटा पसरा है। ग्रामीण पिछले दो दिनों से अपने घरों में दुबके हुए हैं.
इस घटना के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि इस घटना के लिए बीजेपी ही जिम्मेदार है. ‘‘ये उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार कार्यकाल में पहली घटना नहीं है. उन्होंने कहा है कि याद करिए वो समय जब एक बेटी मुख्यमंत्री आवास के सामने न्याय मांग रही थी, उसे न्याय नहीं मिला तो उसने आत्मदाह की कोशिश की.
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इस घटना के बाद योगी सरकार ने चुप्पी साध रखी है. अभी तक सरकार की ओर से कोई पुख्त बयान नहीं आय़ा है. बस इतना ही कहा गया है कि दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट से जल्द से जल्द सजा दिलाई जाएगी.