टिकटॉक आपकी जानकारी चीन को भेज रहा है?
किसी भी युवा देखें उसमें वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक आपको मिल ही जाएगा. राह चलते, या कहीं कैफे पर बैठे हुए युवा आपको इस ऐप में खोये हुए मिल जाएंगे. लेकिन आपको बता दें ये खतरनाक है. जीहां, इस ऐप पर अमरीकी यूज़र्स के डेटा चुराने और उसे चीन में ट्रांसफ़र करने के आरोप लगे हैं.
एक अनुमाम के मुताबिक इस चीनी ऐप के दुनियाभऱ में करीब 50 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं. टिकटॉक के पेरेंट कंपनी है बाइट डांस जिसका मुख्यालय बीजिंग में है. इस कंपनी का ऐप ना सिर्फ भारत बल्कि अमेरिका में भी काफी पॉपुलर है. लोग इस ऐप प अपनी जरूरी जानकारियां भी शेयर करते हैं. लेकिन अब कैलिफ़ोर्निया की अदालत दायर मुक़दमें में आरोप लगाए गए हैं कि कंपनी बिना यूज़र्स की सहमति के उनके डेटा “चुपके” से इकट्ठा कर रही है और उसे चीन भेजा जा रहा है.
हालांकि कंपनी ने पहले इसपर सफाई दी थी और कहा था कि वो अमरीकी यूज़र्स के डेटा को चीनी सर्वर पर स्टोर नहीं करती है. लेकिन डेटा संग्रह और सेंसरशिप को लेकर कंपनी को उत्तरी अमेरिका में बढ़ते दवाब का सामना करना पड़ रहा है. कंपनी के ऊपर जो केस किया गया है उसमें कहा गया है कि “कंपनी चोरी-छिपे अमरीकी यूज़र्स के डेटा का सफ़ाया कर रही है और उसे चीन के सर्वर में ट्रांसफ़र कर दिया गया है. इसमें बड़ी मात्रा में निजी और व्यक्तिगत रूप से पहचान किए जाने वाले डेटा हैं.”
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली एक लड़की ने ये मुकदमा दायर किया है. इस लड़की का नाम मिस्टी हॉन्ग है. हॉन्ग का दावा है कि इस साल उन्होंने अपने मोबाइल में टिकटॉक ऐप इंस्टॉल किया था और उन्होंने इस पर अपना अकाउंट नहीं बनाया था. लड़की ने आरोप लगाया है कि टिकटॉक ने खुद से उनका अकाउंट बना दिया और उनके वो वीडियो भी ले लिए जो वो शेयर नहीं करन चाह रही हैं. मुकदमें में कहा गया है कि टिकटॉक ने चीन के टेनसेंट और अलीबाबा को डेटा भेजा है.
आपको बता दें कि युवाओं के बीच टिकटॉक काफी पसंद किया जा रहा है. ये एक वीडियो ऐप है जिसके जरिए कोई भी अपना वीडिया बना सकता है. भारत की एक बड़ी युवा आबादी इसका इस्तेमाल कर रही है और ख़ुद के वीडियो ऐप पर अपलोड करती है. इस पर मनोरंजन, शिक्षा, स्वास्थ्य से जुड़े वीडियो अपलोड किए जाते हैं. टिकटॉक पर जो वीडियो अपलोड किए जाते हैं वो 15 सेकेंड से कम होते हैं. जिसमें यूज़र्स मशहूर गानों और डायलॉग पर लिप सिंकिंग करते नज़र आते हैं.
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सिर्फ शहरी ही नहीं बल्कि गांव देहात के लोग भी इस ऐप पर खूब वीडियो अपलोड कर रहे हैं. इस ऐप ने देश को कई स्टार दिए हैं. इस पर लोकप्रिय हो रहे यूज़र्स को फ़िल्मों और वीडियो सॉन्ग के ऑफर मिल रहे हैं. हरियाणा में हाल ही में हुए चुनावों में भाजपा ने एक टिकटॉक यूजर्स को चुनावी मैदान में उतारा था. इसी साल अप्रैल में तमिलनाडु की एक अदालत ने टिकटॉक ऐप को कई ऐप स्टोर से हटाने का आदेश दे दिया था.