महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे तो 24 अक्टूबर को आ चुके हैं लेकिन अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? बीजेपी और शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर हो रही खींचतान लगातार जारी है और ऐसे में शिवसेना के तेवर बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर रहे हैं.
शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी पर ‘पलटी मारने’ का आरोप लगाते हुए कहा है कि सीएम पद पर शिवसेना का अधिकार है और उन्हें उसे हासिल करने का तरीक़ा भी मालूम है. संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी और शिवसेना के बीच 24 अक्टूबर से ही कोई बातचीत नहीं हुई है उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र का अगला सीएम शिवसेना का होगा और शिवाजी पार्क में पद की शपथ ली का वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी भी यह स्पष्ट कर चुकी है कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही होंगे.
महाराष्ट्र में चुनाव संपन्न हुए 10 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक नई सरकार के गठन में आ रही समस्याओं को खत्म नहीं किया जा सका है बीजेपी और शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर मचा घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा.ये चुनाव सत्ताधारी बीजेपी और शिवेसना के गठबंधन ने साथ लड़े थे और 24 अक्तूबर को आए परिणाम उनके पक्ष में भी रहे. भाजपा और शिवसेना मिलकर बहुमत लायक सीटें भी ले आए हैं मगर सीएम कौन होगा, इस सवाल को लेकर दोनों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है.
महाराष्ट्र की राजनीति इन दिनों कर्म आई हुई है दोस्त दुश्मन नजर आ रहे हैं बीजेपी और शिवसेना ने विधानसभा का चुनाव साथ मिलकर लड़ा लेकिन अप सीएम पद को लेकर दोनों ही खेमों में तलवारें खिंची हैं यह भी कहा जा रहा है कि शिवसेना एनसीपी और निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वह अब अंतिम निर्णय के करीब पहुंच रहे हैं.
महाराष्ट्र में हेड डेडलॉक की स्थिति
संजय राउत ने एक इंटरव्यू में कहा है कि अभी जो महाराष्ट्र में स्थिति है उसे डेडलॉक कहते हैं. 24 अक्टूबर के बाद से ही किसी भी पार्टी नहीं राज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है . उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों हो रहा है यह समझ से परे है. संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी पर एक बार फिर आरोप लगाया कि वह चुनाव से पहले जो बातचीत हुई जो समझौता हुआ उसका उल्लंघन कर रही है.
शिवसेना सांसद ने कहा, “ऐसी कोई बड़ी बात नहीं थी. जब गठबंधन हुआ था तो अमित शाह मातोश्री आए थे और कुछ बातें तय हुई थीं कि चुनाव के बाद सरकार बनी तो ये फ़ॉर्मूला होगा. सीएम साहब ने तब ख़ुद मीडिया के सामने कहा था, हमने नहीं कहा था. सीएम, अमित शाह और उद्धव बैठे थे. तब सीएम ने कहा था कि फ़ॉर्मूला तय हुआ है कि 50-50 पावर शेयरिंग होगी, पदों का बंटवारा भी आधा-आधा होगा और इसमें कोई कठिनाई नहीं है.”
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संजय रावत की बातों को सुनकर ऐसा लगता है कि वह स्पष्ट है कि उनको महाराष्ट्र में सीएम पद चाहिए. वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी भी यह कह चुकी है कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री तो देवेंद्र फडणवीस ही होंगे ऐसे में यह बहुत दिलचस्प हो चला है कि राज्य की राजनीति आगे किस दिशा में जाएगी क्योंकि नंबर किसी के पास नहीं है और मुख्यमंत्री के दावेदार दो लोग हैं.