‘मैं पिछड़ा हूं इसलिए कांग्रेस ने दीं गालियां, ये पिछड़ों का अपमान है’
‘कांग्रेस और उसके साथी दलों ने मुझे कई बार गालियां दी हैं. क्योंकि मैं एक पिछड़े वर्ग से आता हूं. लेकिन इस बार उन्होंने मुझे गाली देते-देते पूरे पिछड़े समुदाय को ‘चोर’ बता दिया है. अभी हाल ही में नामदार ने पूरे पिछड़े समुदाय को ‘चोर’ बताया है. उन्होंने कहा कि हर कोई जिसके नाम के साथ ‘मोदी’ लगा है, वह चोर है’
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सोलापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ये कहा है. पीएम मोदी राहुल गांधी के उस बयान का जिक्र कर रहे थे जिसमें राहुल गांधी ने कुछ समय पहले ही कहा था कि सभी ‘चोरों के नाम के साथ मोदी लगा हुआ है.’ उन्होंने ललित मोदी और नीरव मोदी के नाम भी गिनाए, जो वित्तीय अनियमिताएं करने के बाद देश छोड़कर भागे हुए हैं. इसके साथ ही राहुल ने अचरज भी जताया था कि आगे ‘कभी जांच हुई तो न जाने ऐसे कितने मोदी सामने आएंगे.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पिछड़ों को साधने की कोशिश की है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पिछड़ो का समर्थन मिला था लेकिन इस बार नए जातिए गठजोड़ों के चलते बीजेपी से पिछड़ा वोट खिसकने की संभावना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी जाति का जिक्र करते हुए राहुल गांधी और कांग्रेस को घेरने की कोशिश की है. उन्होंने खुश को पिछड़ा बताया है और कहा है कि राहुल गांधी सभी पिछड़ा वर्ग के लोगों को चोर रहे रहे हैं.
किस जाति से आते हैं पीएम मोदी ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद को कई बार पिछड़ी जाति का बता चुके हैं. 2014 में जब उन्होंने खुद को पिछड़ा वर्ग से बताया था तो काफी विवाद भी हुआ था. तब कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि मोदी ने सत्ता में आने के बाद अपनी जाति को अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में शामिल कराया है जबकि ऐसा है नहीं. कांग्रेस के इस आरोप पर गुजरात सरकार ने सफाई भी दी थी और कहा है कि नरेंद्र मोदी जिस घांची समाज को 1994 से गुजरात में OBC का दर्जा मिला हुआ है. कांग्रेस ये कहती रही है कि नरेंद्र मोदी पिछड़ा वर्ग से नहीं है उन्होंने 2001 में मुख्यमंत्री बनने के बाद राजनीतिक फायदे के लिए 2002 में अपनी जाति को पिछड़ी जाति में डाल दिया.
कांग्रेस ये कहती रही है कि मोदी गुजरात के अमीर और समृद्ध मोढ घांची जाति से ताल्लुक रखते हैं. मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद इस बिरादरी को ओबीसी सूची में शामिल किया था. उन्होंने ये इसलिए किया क्योंकि वो वोटबैंक की राजनीति में यकीन रखते हैं.
मोढ घांची के बारे में जान लीजिए
मोदी जिस मोढ घांची (तेली) जाति को अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं वो गुजरात में बड़ी तादाद में है. इस जाति को कुछ राज्यों में तेली या साहू के नाम से भी जानते हैं. इस जाति के लोगों का पुश्तैनी काम खाद्य तेल का व्यापार करना था. गुजरात में हिंदू और मुस्लिम दो धर्मों को मानने वाले घांची हैं. उत्तर पूर्वी गुजरात में मोढेरा से ताल्लुक रखने वालों को मोढ घांची कहा जाता है. मोदी जिस जाति से हैं वह घांची की ही एक उपजाति है. इसलिए वह ओबीसी सूची में हैं. गुजरात की बात करें तो यहां पर घांची समाज बंटा हुआ है. इसका एक हिस्सा मोढेरा सूर्य मंदिर के आस-पास के इलाकों में है जिसे मोढ घांची कहते हैं.