‘ब्लैक होल’ भी दिख गया, ‘अच्छे दिन’ दिखाई नहीं दिए
खलोग विज्ञान में एक अभूतपूर्व घटना घटी है. अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने ब्लैक होल की पहली तस्वीर जारी की है. ये वैज्ञानिकों की बड़ी उपलब्धि है. ये गैलैक्सी में लगभग 4000 करोड़ में फैला हुआ है और आकार में पृथ्वी से तीस लाख गुना बड़ा है.
‘ब्लैक होल’ की पहली तस्वीर जारी होने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने ट्विटर पर ‘ब्लैक होल’ की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि,
अब तो ब्लैक होल भी दिख गया, बस ‘अच्छे दिन’ ही हैं जो नजर नहीं आते
दरअसल ‘ब्लैक होल’ की ये तस्वीर इवेंट हॉरिज़न टेलिस्कोप से ली गई है जो आठ टेलिस्कोप का एक नेटवर्क है. ‘ब्लैक होल’ सोलर सिस्टम से भी बड़ा है और वज़न में सूर्य से 650 करोड़ से ज़्यादा भारी है. ये ब्रह्मांड में मौजूद सबसे बड़ा ब्लैक होल है.
जो तस्वीर जारी की गई है उसमें ब्लैक होल के चारों ओर आग का एक गोला नज़र आ रहा है. इसमें बेहद गरम गैसें हैं. ब्लैक होल के बारे में आप ये जान लीजिए कि पूरे ब्रह्मांड के करोड़ों तारों को मिलाकर जितनी रौशनी होगी ब्लैक होल उससे भी ज्यादा चमकदार है. इसलिए इसे टेलीस्कोप से देखा जा सका है. जो तस्वीरें जारी की गई हैं वो ब्लैक होल के परिकल्पला से मेल खाती हैं.
ब्लैक होल होता क्या है ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ब्लैक होल अंतरिक्ष का ऐसा हिस्सा है जिससे होकर कुछ भी गुज़र नहीं सकता. यहां तक की प्रकाश भी इसमें गायब हो जाता है. नाम के उलट ये क्षेत्र खाली नहीं होता बल्कि इसमें कई तरह के पदार्थ होते हैं जो इस इसके क्षेत्रफ़ल को बहुत ज़्यादा गुरुत्वाकर्षण बल देते हैं. प्रो. फ़ैल्के के मन में ब्लैक होल की तस्वीर प्राप्त करने का विचार तब आया था जब वह 1993 में पीएचडी छात्र थे.
सियासत में भी ‘ब्लैक होल’ का जिक्र
‘ब्लैक होल’ भले ही खगोल विज्ञान की बड़ी घटना है. लेकिन हिन्दुस्तान में इन दिनों चुनाव चल रहे हैं. लिहाजा अखिलेश यादव ब्लैक होल को लेकिन ‘अच्छे दिन’ पर तंज करने से नहीं चूके. उन्होंने मोदी सरकार पर सीधा हमले करते हुए कहा कि ‘अच्छे दिन’ पर पीएम मोदी को घेरा.