प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कितना पढ़े-लिखे हैं ?
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बारे में कहा जाता था कि वो इतना पढ़े हैं उनकी डिग्रियों के बारे में लिखने के लिए एक पैरा की जरूरत पड़ती है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर विपक्षी दलों ने कई बार सवाल खड़े किए. तो चलिए आपको बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कितना पढ़े हैं.
आपने सुना होगा कि पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं. नरेंद्र मोदी के बारे में भी ये कहा जाता है वो जब छोटे थे तो उनको किसी भी मुद्दे पर बहस करना अच्छा लगता है. भाषण देने की कला में माहिर नरेंद्र मोदी के बारे में कहा जाता है कि वो जामनगर के सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहते थे. लेकिन उनकी ये ख्वाहिश पूरी नहीं हो पाई क्योंकि उनके परिवार की हालत ठीक नहीं थी. नरेंद्र मोदी ने अपनी शुरुआती शिक्षा गांव के प्राइमरी स्कूल से ही पूरी की और उसके बाद वडनगर में पढ़ने के लिए गए.
आर्थिक तंगी से नहीं पूरी हुई ख्वाहिश
नरेंद्र मोदी के ऊपर लिखी गई किताबों में जिक्र है कि मोदी के पिता नहीं चाहते थे वो पढ़ने के लिए वडनगर से बाहर जाएं. पढ़ाई आगे जारी रखने के लिए नरेंद्र मोदी ने एक स्थानीय डिग्री कॉलेज में दाख़िला भी लिया लेकिन उपस्थिति कम होने के कारण उन्हें कॉलेज छोड़ना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने पत्राचार के ज़रिए पहले दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए किया और फिर गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में एमए की पढ़ाई पूरी की.
पत्राचार से ली राजनीतिक शास्त्र की डिग्री
आरटीआई से मिली जानकारी बताती है कि 1983 में प्रथम श्रेणी में एमए की परीक्षा पास की थी. इसको लेकर विवाद भी हुआ क्योंकि गुजरात विश्वविद्यालय के एक प्रोफ़ेसर जयंतीभाई पटेल ने कहा कि मोदी की डिग्री में जिन विषयों के बारे में बताया गया है कि वो कभी राजनीति शास्त्र के एमए के पाठ्यक्रम में रखे ही नहीं गए. बाद में प्रो.पटेल के आरोपों को गुजरात विश्वविद्यालय ने खारिज कर दिया था.