मतदाताओं को ‘वचन’ में बांधने की कांग्रेस की कोशिश कामयाब होगी ?
जयपुर: कांग्रेस ने राजस्थान में वचन पत्र जारी किया है. वचन ये लिया है कि वो प्रदेश को विकास के नए पथ लेकर जाएंगे. खास बात यह है कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में ये कहा है कि वो हिन्दुत्व के साथ है. गाय, संस्कृत उत्थान और वैदिक संस्कार जैसी बातों को जिक्र शायद ये सोचकर किया गया है कि बीजेपी कांग्रेस को एंटी हिन्दुत्व न साबित कर दे. किसान और रोजगार का दावा किया गया है और वादा किया गया है कि हम सब कुछ बदल देंगे. बीजेपी के घोषणापत्र में इस बार मुस्लिमों को लेकर कोई वादा नहीं किया गया है. क्यों ये समझना बहुत मुश्किल नहीं है.
कांग्रेस के वचन क्या ?
- ‘एक ही संकल्प, कांग्रेस विकल्प’ नाम से जारी घोषणापत्र में पार्टी की ओर से महिला शिक्षा को पूरी तरह से मुफ्त, बीपीएल परिवारों को एक रुपये प्रतिकिलो गेहूं और बुजुर्ग किसानों को पेंशन.
- 10 दिन के किसानों का कर्ज माफ, युवाओं को लुभाने के लिए 3500 रुपये का बेरोजगारी भत्ता, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को मुफ्त में सरकारी बस सेवा.
- सत्ता में आने पर राइट टू हेल्थ कानून बनाने का वादा, पंचायत चुनाव में न्यूनतम में शिक्षा का नियम खत्म कर दिया जाएगा.
- कृषि उपकरणों को जीएसटी के बाहर कर दिया जाएगा, घर बनाने के लिए गरीबों को लोन, गोचर भूमि बोर्ड बनाने का वादा.
- असंगठित मजदूरों और किसानों के लिए कल्याण बोर्ड, पत्रकारों को सुरक्षा, पत्रकारों को आवास, पत्रकारिता विश्वविद्यालय और अंबेडकर विश्वविद्यालय को फिर से खोला जाएगा.
- किसानों को सस्ते दर पर कर्ज, किसानों के लिए फसल बीमा, खेती के लिए आसान दर पर बिजली उपलब्ध कराई जाएगी. न्यूनतम मजदूरी दर को महंगाई के आधार पर निर्धारित किया जाएगा.
- मसाला बोर्ड का गठन, अल्पसंख्यक वर्ग की छात्राओं को 12वीं में 75 फीसद अंक आने पर 500 रुपये प्रतिमाह भत्ता. प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग.
- संस्कृत भाषा को प्रोत्साहन, संस्कार और शिक्षा बोर्ड का गठन
राज्य में पांच साल बाद एक बार फिर से सत्ता में आने से सपना बुन रही कांग्रेस इसी घोषणापत्र के साथ मैदान में है और उम्मीद कर रही है कि जनता उसे अपनाएगी. लेकिन 11 दिसंबर को जब नतीजे आएंगे तो ये तय होगा कि ऊंट किस करवट बैठा है.