इलेक्ट्रिक व्हीकल (electric vehicle) का जैसे-जैसे बढ़ रहा है वैसे वैसे कई तरह की परेशानियां भी लोगों को पेश आ रही हैं. हाल फिलहाल में इलेक्ट्रिक वाहनों में लग रही आग लोगों को न सिर्फ डरा रही है बल्कि भविष्य के लिए चेतावनी दे रही है.
रमेश ने 1 महीने पहले ओला का इलेक्ट्रिक स्कूटर (electric scooter) खरीदा है लेकिन अब उन्हें डर लग रहा है कि कहीं उनका स्कूटर आग का गोला ना बन जाए. रमेश बैंक में काम करते हैं और पर्यावरण के लिए जागरूक हैं लेकिन हाल फिलहाल में इलेक्ट्रिक व्हीकल (electric vehicle) में हो रही घटनाएं उनको डरा रही हैं. देश में इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की कई घटनाओं के बाद सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस तरह के मामलों की जांच के लिए एक्सपर्ट कमिटी बनाने की बात की है और कहा है कि इलेक्ट्रिक वाहनों के गुणवत्ता को लेकर जल्द दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे.
रमेश जैसे हजारों लोग इन दिनों इस सवाल से परेशान हैं कि आखिर वह अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल को कैसे सुरक्षित रखें?
Electric vehicle में आग लगने के हादसे
- हैदराबाद के निज़ामाबाद में घर पर चार्ज करते वक्त बैटरी स्कूटर में धमाके से 80 साल के एक बुज़ुर्ग की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए थे.
- बीते साल भर से पावर यूज़िंग रीन्यूएबल एनर्जी (प्योर ईवी) कंपनी की इलेक्ट्रिक स्कूटर का इस्तेमाल कर रहे उनके बेटे ने इसके लिए ‘ख़राब क्वालिटी’ की बैटरी को ज़िम्मेदार ठहराया था.
- वारंगल में रोड के किनारे खड़ी की गई इसी कंपनी के एक स्कूटर में आग लग गई थी.
- इसी साल मार्च में एक और हादसे में महाराष्ट्र के पुणे में एक ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई थी.
- वेलूर में एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटना हुई.
- इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने का एक और बड़ा हादसा नासिक में उस वक्त हुआ जब स्कूटरों की एक खेप फैक्ट्री से बाहर ले जाई जा रही थी.
- इसी साल अप्रैल में जितेंद्र ईवी कंपनी के गेट के सामने ई-स्कूटरों में आग लग गई और 20 स्कूटर जल कर खाक़ हो गए.
- अप्रैल में ही तमिलनाडु में ओकिनावा की एक दुकान में आग लग गई थी. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आग सबसे पहले दुकान के भीतर खड़ी एक स्कूटर में लगी थी
क्या क्या सावधानी बरतें?
- सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए जो नियम लागू किए हैं उनके अनुसार इस तरह का कोई सॉकेट आउटलेट ज़मीन से कम से कम 800 मिलीमीटर ऊपर होना चाहिए.
- कनेक्टर को वाहन से जोड़ने के लिए किसी एडॉप्टर या कॉर्ड एक्सटेंशन का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.
- ओकिनावा और प्योर ईवी ने लीथियम आयन बैटरी को लेकर जो सुरक्षा नियम बताए हैं उसके अनुसार इन बैटरियों को रूम टेम्परेचर मे रखा जाना चाहिए.
- स्कूटर के इस्तेमाल के कम से कम 45 मिनट बाद तक उसे चार्ज नहीं किया जाना चाहिए.
- बैटरी जिस जगह चार्ज की जाए वो जगह वेन्टिलेटेड, साफ़ और सूखी हो. ये जगह आग या फिर हीट सोर्सेस से कम से कम दो मीटर दूर हो.
- बैटरी को धूप में चार्ज न करें. उसे गीले कपड़े या सॉल्वेंट या क्लीनर से साफ न करें.
- बैटरी चार्ज करते वक्त चार्जर को बैटरी के ऊपर न रखें.
- अगर स्कूटर धोएं तो इस बात का ध्यान रखें कि उसमें बैटरी न हो. बैटरी की जगह पूरी तरह सूखने पर ही बैटरी लगाएं.
- बैटरी को पांच घंटे से अधिक चार्ज न करें, यानी रातभर या दिनभर बैटरी को चार्ज के लिए न लगाएं.
- अगर बैटरी डिस्टार्ज हो गई हो या उसे नुकसान हुआ है तो उसे चार्ज न करें.
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