उत्तर प्रदेश के सीएम योगी का आदेश है कि अब ग्रेजुएट करने वाले छात्र-छात्राओं को नंबर नहीं दिए जाएंगे. यूपी के विश्वविद्यायों में अब ग्रेडिंग सिस्टम लागू होगा. जानिये क्या है ये ग्रेडिंग सिस्टम और छात्रों को उनका ग्रेड कैसे मिलेगा. पूरी जानकारी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि शैक्षणिक बदलावों को ध्यान में रखते हुए अब उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में ग्रेडिंग सिस्टम की शुरुआत की जाएगी. इस व्यवस्था को शैक्षणिक वर्ष 2023 से ही लागू कर दिया जाएगा. नई व्यवस्था लागू होने के बाद अब ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों को अंकों की ग्रेड दिए जाएंगे. उच्च शिक्षा विभाग ने तीन यूजी कोर्स – बीए, बीएससी और बीकॉम के लिए 10-बिंदु वाला ग्रेडिंग सिस्टम को लागू किया है.
नए सिस्टम में अलग क्या है?
नए सिस्टम के अनुसार, किसी भी प्रमुख, छोटै विषय, सह-पाठयक्रम और व्यावसायिक विषयों के किसी भी पाठ्यक्रम / पेपर में 91 और 100 के बीच स्कोर करने वाले छात्र को 10 का ग्रेड पॉइंट और ओ (उत्कृष्ट) ग्रेड लेटर से सम्मानित किया जाएगा. बाद के ग्रेड अंक छात्र द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर दिए जाएंगे.
जो छात्र मेजर या माइनर विषयों में 33% से कम अंक लाते हैं, उन्हें शून्य ग्रेड प्वाइंट दिया जाएगा. को-करिकुलर और वोकेशनल विषयों में पास प्रतिशत 40 फीसदी है. वहीं जितने भी जॉब ओरिएंटेड कोर्स हैं, उनमें अधिकतम स्कोर 100 होगा और इसमें 60 नंबर ट्रेनिंग व प्रैक्टिकल के होंगे. जबकि थ्योरी पेपर 40 अंक का होगा. इनमें पास करने के लिए छात्रों को 40% अंक की जरूरत पडेगी.
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