अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को अचानक हेलीकॉप्टर से सैफई क्यों आना पड़ा इस बात से पर्दा हट चुका है. खबर है कि एमएलसी चुनाव (MLC election 2022) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi party) की हुई पूरी गति के बाद सपा सुप्रीमो को एक और डर सता रहा है. और यह डर है टूट का.
अखिलेश यादव को करीब से जानने वाले बताते हैं कि वह बहुत जिद्दी है एक बार जो ठान लेते हैं करके मानते हैं और किसी की नहीं सुनते. लेकिन मौजूदा समय में उनकी इज्जत समाजवादी पार्टी के लिए मुश्किल का सबब बन गई है और सुनने में तो यह भी आ रहा है कि मुलायम सिंह यादव इन दिनों काफी परेशान हैं. 13 अप्रैल को जब एमएलसी चुनाव के नतीजे आ रहे थे और समाजवादी पार्टी बुरी तरह से हार रही थी तब अखिलेश यादव अचानक हेलीकॉप्टर से सैफई के लिए रवाना हुए.
समाजवादी पार्टी में टूट की आशंका
अचानक ऐसा क्या हुआ कि सपा सुप्रीमो को चार्टर्ड हेलीकॉप्टर से सैफई आना पड़ा? इस सवाल का जवाब ढूंढने की हमने कोशिश की. सैफई में खास सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक आजकल अखिलेश यादव काफी चिंतित हैं और उन्हें डर है कि कहीं पार्टी टूट ना जाए. खबर तो यह भी है कि करीब 2 दर्जन विधायकों ने लिखित में उन्हें कहा है कि वह अब आगे उनके साथ नहीं चल सकते. पहले चाचा शिवपाल की बगावत और उसके बाद आजम खान के खेमे की तरफ से आई आवाज नहीं अखिलेश यादव को चक्कर में डाल दिया है.
ऐसे समय में जब बीजेपी लगातार जीत के रथ पर सवार है तब अखिलेश यादव अपनी पार्टी को बचाने की जुगत में लगे हुए हैं. इस समय बीजेपी किसी भी कीमत पर अखिलेश यादव को कमजोर करना चाहती है और इसके लिए वह साम दाम दंड भेद की नीति अपना रही है. बीजेपी को जो प्रेम से मिल रहा है उसे मिला रही है और जो नानूकुर कर रहा है उसके ऊपर बुलडोजर चल रहा है. इसीलिए अब अखिलेश के सामने दोहरी चुनौती है एक तरफ बीजेपी से निपटने की और दूसरी तरफ अपनी पार्टी को टूटने से बचाने की. इसीलिए एक बार फिर से सुनने में आया है कि सपा प्रमुख नेता जी मुलायम सिंह के चरणों में आ गए हैं.