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उत्तराखंड चुनाव से पहले BJP में उठापटक, इन विधायकों का टिकट कटेगा?

उत्तराखंड चुनाव में भाजपा बड़ी संख्या में अपने सिटिंग विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरे को टिकट दे सकती है। भाजपा सत्ता विरोधी लहर को भांपकर यह रणनीति अपनाने पर विचार कर रही है।

उत्तराखंड में भाजपा ने पांच साल में तीन मुख्यमंत्री बनाए। चुनाव जीतने के बाद सबसे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया। उसके बाद पिछले साल मार्च महीने में त्रिवेंद्र रावत को हटाकर तीरथ रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया। तीरथ सिंह रावत चार ही महीने मुख्यमंत्री रहे और उनके बाद पुष्कर सिंह धामी को राज्य की कमान सौंपी गई गई।

अब चुनाव से ठीक पहले भाजपा के नेताओं का मानना है कि सिटिंग विधायकों का टिकट काट कर जनता के असंतोष से पार पाया जा  सकता है। राज्य के भाजपा नेताओं के अनुसार पिछले पांच वर्षों में भाजपा सरकार के द्वारा किए गए काम लोगों के सामने है। इसलिए अब सारा ध्यान इसपर है कि पार्टी किस तरह से टिकट का वितरण करती है और ख़राब प्रदर्शन करने वाले कितने विधायकों का टिकट काटती है।

उत्तराखंड चुनाव में इन्हें नहीं मिलेगा टिकट

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बार भाजपा करीब अपने 12 से अधिक विधायकों के टिकट काट सकती है। माना जा रहा है कि इसी वजह से अभी तक भाजपा ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है। गौरतलब है कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए 14 फरवरी को मतदान कराया जाएगा और 10 मार्च को मतगणना होगी। उत्तराखंड विधानसभा का कार्यकाल 23 मार्च को समाप्त हो रहा है। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को कुल 70 सीटों में से 57 सीट पर जीत हासिल हुई थी। 

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