योगी सरकार में करोड़पति मंत्रियों की भरमार है. एक आंकड़े के मुताबिक इस वक्त सरकार में 80 फ़ीसदी मंत्री करोड़पति हैं. मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी सर्वाधिक संपत्ति के मालिक हैं। हलफनामे के मुताबिक इन्हीं पर सर्वाधिक कर्ज भी है।
योगी सरकार में जिनके पास खूब पैसा है उसकी सूची हम लोग के सामने रखने जा रहे हैं. दरअसल उत्तर प्रदेश में चुनाव है और चुनावी मौसम में पैसे वालों की चर्चा खूब हो रही है. यूपी की बीजेपी सरकार प्रदेश में विकास की बात कर रही है लेकिन सरकार के दौरान उसके मंत्रियों का कितना विकास हुआ उसके बारे में भी आपके लिए जानना जरूरी है. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी वापसी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। तो वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) समेत दूसरे विपक्षी दल भी कुर्सी के लिए जी-जान से प्रयास में जुटे हैं। सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि योगी सरकार अपने तमाम मौजूदा विधायकों के टिकट काट सकती है, जिसमें कई मंत्रियों का नाम भी शामिल है।
योगी सरकार में 80 फ़ीसदी कैबिनेट मंत्री करोड़पति
योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट पर नजर डालें तो चुनावी हलफनामे में दी गई जानकारी के मुताबिक 80 प्रतिशत मंत्री ऐसे हैं, जो करोड़पति हैं। जबकि करीब 45 फीसद मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के मुताबिक 80 फीसद करोड़पति मंत्रियों की औसत संपत्ति 5.34 करोड रुपए है। लेकिन हम आपको यहां बताने वाले हैं कि क्योंकि सरकार के टॉप 3 मंत्री कौन से हैं जिनके पास सबसे ज्यादा दौलत है.
योगी सरकार में टॉप 3 पैसे वाले
जी हां जब सबसे ज्यादा पैसे वाले मंत्रियों की बात आती है तो उसमें पहले नंबर पर हैं योगी सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी. इलाहाबाद साउथ सीट से विधायक नंदी ने अपने हलफनामे में अपनी कुल संपत्ति 57.11 करोड़ रुपये बताई थी। वहीं, इलाहाबाद वेस्ट सीट से विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह अमीर मंत्रियों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं। उनके पास 22.06 करोड रुपए की संपत्ति है। इसी तरह अमीर मंत्रियों की लिस्ट में कानपुर नगर के महाराजपुर सीट से विधायक सतीश महाना तीसरे नंबर पर हैं। वह 20 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं।
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हलफनामे में दी गई जानकारी के मुताबिक तब सिद्धार्थ नाथ सिंह भी 9 करोड़ रुपये से अधिक (9,31,72,910) के कर्जदार थे। वहीं, गाजियाबाद से विधायक अतुल गर्ग सर्वाधिक कर्जदार मंत्रियों की सूचि में तीसरे नंबर पर थे। उनपर 8 करोड़ से ज्यादा का कर्ज था। पैसे से लगाकर पढ़ाई लिखाई की बात की जाए. तो योगी सरकार में शामिल 84 फ़ीसदी मंत्री ग्रेजुएट तक पढ़े हुए हैं. चुनावी हलफनामे में दी गई जानकारी पर एक नजर डालें तो योगी सरकार के 84 फीसदी मंत्री ऐसे हैं जो या तो ग्रेजुएट हैं या उससे ज्यादा पढ़े लखे हैं। जबकि 16 प्रतिशत दसवीं या बारहवीं तक पढ़े-लिखे हैं।
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