Bulli Bai ऐप एक ऐसा ऐप, जिसने भूचाल मचाकर रख दिया है. बुल्ली बाई ऐप ने मुस्लिम महिलाओं को काफी नाराज कर दिया है. इस ऐप और इसे बनाने वाले लोगों से जुड़े कुछ खुलासे हुए हैं इसके बारे में आपका जानना जरूरी है.
बुल्ली बाई विवाद 1 जनवरी को तब सामने आया जब कई मुस्लिम महिलाओं ने पाया कि एक ऐप पर उनकी ‘नीलामी’ की जा रही है. गिटहब पर होस्टेड बुल्ली बाई ऐप पर उन महिलाओं की तस्वीरें डाली गई थी और ज्यादातर तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ की गई थी. मुंबई और दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है. खबरों के अनुसार, मुंबई पुलिस ने बेंगलुरु के एक इंजीनियरिंग छात्र को गिरफ्तार भी किया है.
मुंबई पुलिस के कमिश्नर हेमंत नागराले ने बुधवार को पत्रकारों को बताया, “‘बुली बाई’ ऐप मामले में हमने बेंगलुरु से कुमार विशाल झा, उत्तराखंड से 18 वर्षीय श्वेता सिंह को गिरफ़्तार किया. हमने उत्तराखंड से आज एक और आरोपी मयंक रावत को गिरफ़्तार किया है.” पुलिस कमिश्नर ने साथ ही कहा कि इस मामले में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि अभी ये कहना संभव नहीं है कि इस ऐप को किसने बनाया और उनका मक़सद क्या था.
बुल्ली बाई ऐप और उसी नाम के ट्विटर हैंडल के जो पाँच फ़ॉलोअर्स थे
पुलिस कमिश्नर ने ये भी कहा कि ‘ये एक संवेदनशील मामला है, जो इंटरनेट से जुड़ा है, इसलिए हम बहुत ज़्यादा जानकारी नहीं दे पाएँगे, क्योंकि इससे दूसरे लोग अलर्ट हो सकते हैं और इंटरनेट से जानकारी नहीं मिटाई जा सकती है’. Bulli Bai ऐप के जरिये हर उम्र की उन महिलाओं को निशाना बनाया गया, जो ज्वलंत सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर मुखर रहती हैं. ऐप पर जानी-मानी पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और वकीलों की तस्वीरें नीलामी के लिए डाली गई थीं.
विशाल कुमार झा कौन हैं?
सबसे पहले बेंगलुरु से कुमार विशाल झा को गिरफ़्तार किया गया. 22 वर्षीय अभियुक्त इंजीनियरिंग के सेकंड ईयर का छात्र है. विशाल कुमार झा शहर के एक नामी कॉलेज में सिविल इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष के छात्र हैं और इस कॉलेज के अधिकारियों का कहना है कि “वो एक सामान्य छात्र रहे हैं और कैंपस में उनका व्यवहार अच्छा रहा है. वो कॉलेज के होस्टल में नहीं रहता, बाहर रहता है. कैम्पस में उसे लेकर कभी कोई मसला नहीं हुआ.”
श्वेता सिंह कौन हैं?
विकास कुमार झा की गिरफ़्तारी के बाद मिली जानकारी के बाद उत्तराखंड से श्वेता सिंह को गिरफ़्तार किया गया जिनकी उम्र 18 साल है. उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया है कि इस युवती को उत्तराखंड के रुद्रपुर से गिरफ़्तार किया गया. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार डीजीपी अशोक कुमार ने साथ ही ये भी कहा, “ये लड़की एक ग़रीब परिवार की है, उसके पिता जीवित नहीं हैं, ऐसा लगता है कि वो इन गतिविधियों में पैसे के लिए लिप्त हो गई.”
कांग्रेस के राहुल गांधी और शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी सहित कई विपक्षी नेताओं ने सरकार से प्लेटफॉर्म पर नकेल कसने तथा इसके लिए जिम्मेदार लोगों के ऊपर कार्रवाई करने की मांग की.
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