बच्चे पैदा करने में दक्षिण कोरिया के लोगों को कोई दिलचस्पी नहीं है. इसकी वजह से यहां की आबादी तेजी से कम हो रही है. सरकार चिंतित है कि लोगों को कैसे बच्चे पैदा करने के लिए तैयार किया जाए?
बच्चे पैदा करने के लिए दक्षिण कोरिया की सरकार लोगों को प्रोत्साहन राशि देती है और कई दूसरी सहूलियतें भी यहां के लोगों को मिलती हैं. लेकिन फिर भी दक्षिण कोरिया की आबादी तेजी से घट रही है और इसका कारण है कि लोग बच्चे पैदा करना नहीं चाहते.
दक्षिण कोरिया दशकों से घटती आबादी से जूझ रहा है. एशिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश में दिसंबर में सरकारी आंकड़ा जारी हुआ है. इस आंकड़े से पता चलता है कि लगातार कम होती आबादी से निपटने के लिए किए गए सारे प्रयास विफल होते दिख रहे हैं.
दक्षिण कोरिया के सांख्यिकी विभाग की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश की जनसंख्या 2021 के अंत तक 0.18 प्रतिशत कम होकर कुल 5.2 करोड़ रह जाएगी.
सांख्यिकी और जनगणना से जुड़े सरकारी विभाग ने सबसे खराब स्थिति का भी मूल्यांकन किया है. इसके मुताबिक, 2120 तक देश की कुल आबादी कम होकर 1.2 करोड़ हो जाएगी. आज की कुल आबादी का 23 प्रतिशत हो जाएगी. दूसरे शब्दों में कहें, तो अगले 100 साल में दक्षिण कोरिया की आबादी 77 प्रतिशत कम हो जाएगी.
इसके अलावा, सरकारी विभाग ने अनुमान लगाया है कि देश की मौजूदा आबादी की औसत उम्र फिलहाल 43 साल है. 2070 तक यह औसत उम्र 62 साल हो जाएगी.
जनसंख्या में गिरावट की चुनौतियों से लंबे समय से जूझ रहे दक्षिण कोरिया के लिए ये आंकड़े आश्चर्य की बात नहीं हैं. बढ़ती औसत उम्र और घटती जन्म दर की वजह से, देश की कामकाजी आबादी कम होती है और यह परेशानी का बड़ा कारण बन सकता है. इससे देश को स्वास्थ्य से जुड़े क्षेत्र में काफी ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है. साथ ही, देश की आय में भी गिरावट होती है.
सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए काफी ज्यादा प्रयास कर रही है. इसके लिए, 2020 तक कुल 225 ट्रिलियन डॉलर खर्च किया जा चुका है. लोगों को एक से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए आर्थिक रूप से मदद की जा रही है. हालांकि, अब तक इस प्रोत्साहन का ज्यादा असर देखने को नहीं मिला है.
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