Site icon Rajniti.Online

Meta : Facebook को क्यों बदलना पड़ा अपना नाम?

Facebook ने अपना कॉर्पोरेट नाम बदलकर Meta कर लिया है. यह फ़ेसबुक की व्यापक रीब्रैंडिंग का हिस्सा है. कंपनी ने कहा है कि वो सोशल मीडिया से आगे वर्चुअल रियलिटी में अपनी पहुँच बढ़ाएगी.

फेसबुक ने अपना नाम बदल लिया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने फोन में जो फेसबुक ऐप इस्तेमाल कर रहे हैं उसका भी नाम बदल जाएगा. नाम में बदलाव अलग-अलग प्लेफॉर्म्स, जैसे- फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप में नहीं होगा. यह बदलाव इन सबके स्वामित्व वाली पेरेंट कंपनी के लिए है. यानी मेटा पेरेंट कंपनी है और फ़ेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम इनके हिस्सा हैं.

फ़ेसबुक ने यह क़दम तब उठाया है, जब उसकी एक पूर्व कर्मी की ओर से दस्वावेज़ लीक करने के बाद नकारात्मक रिपोर्ट्स सिलसिलेवार ढंग से सामने आईं. फ़ेसबुक की पूर्व कर्मी फ़्रांसेस हॉगन ने आरोप लगाया था कि यह सोशल मीडिया कंपनी सुरक्षा को दांव पर लगाकर मुनाफ़े के लिए काम कर रही है.

Meta का मतलब क्या है?

फ़ेसबुक के मालिक मार्क ज़करबर्ग ने घोषणा की है कि नया नाम मेटावर्स प्लान का हिस्सा है. मेटावर्स का मतलब एक ऑनलाइन दुनिया से है, जहाँ लोग वर्चुअली गेम खेल सकते हैं, काम कर सकते हैं और संपर्क स्थापित कर सकते हैं. इसे वीआर (वर्चुअल रियलिटी) हेडसेट्स भी कहा जा रहा है.

ज़करबर्ग ने कहा कि अभी हम जो कर रहे हैं, उस लिहाज से मौजूदा ब्रैंड नाकाफ़ी है. उन्होंने कहा कि एक ऐसी ब्रैंडिंग की ज़रूरत थी, जो हमारे सभी कामों का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम हो. हमारी नज़र भविष्य पर है.  

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. rajniti.online पर विस्तार से पढ़ें देश की ताजा-तरीन खबरें

Exit mobile version