पुतिन की पार्टी रूस में फिर से सत्ता में आ गई है एक बार फिर से वह देश के सर्वोच्च नेता चुने गए. लेकिन चुनावी नतीजे आने के बाद चुनावों में हुई धांधली का जिक्र हो रहा है. तो क्या पुतिन ने धांधली करके फिर से चुनाव जीता है?
रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन की पार्टी युनाइडेट रशिया ने संसदीय चुनाव जीत लिया है. शुरुआती नतीजों के बाद ही पार्टी ने जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया जबकि विपक्षी दलों ने धांधली के आरोप लगाए.
रविवार शाम को पार्टी के समर्थकों ने ‘रोसियो… रोसिया’ के नारे लगाते हुए बारिश के बावजूद देश की राजधानी मॉस्को की सड़कों पर जुलूस निकाला. वे लोग नारे लगा रहे थे, “हम पुतिन की टीम हैं.”
पार्टी के अधिकारियों ने कहा है कि देश पुतिन के रास्ते पर बढ़ता रहेगा. मॉस्को के मेयर सर्गई सोब्यानिन ने कहा इन चुनावों का नतीजा “जश्न का दिन” है. चुनाव आयोग के अनुसार 55 प्रतिशत से ज्यादा वोट गिने जा चुके हैं और क्रेमलिन की पार्टी 46.6 प्रतिशत वोट हासिल कर चुकी है.
नतीजों के ऐलान के बाद राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन मॉस्को स्थित प्रचार मुख्यालय नहीं गए क्योंकि वह कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने के बाद से एकांतवास में हैं. पार्टी का कहना है कि वह स्वस्थ हैं.
पुतिन की पार्टी पर धांधली के आरोप
अंतरिम नतीजों के मुताबिक कम्यूनिस्टों को 21.3 प्रतिशत वोट मिले जबकि अति-राष्ट्रवादी व्लादीमीर जीरिनोवस्की की दक्षिणपंथी एलडीपीआर को लगभग आठ प्रतिशत वोट मिल रहे हैं. ‘ए जस्ट रशिया’ पार्टी 7.6 फीसदी मत हासिल कर रही है. इन सभी दलों को व्यवस्था का करीबी और समर्थक माना जाता है.
इसलिए विपक्ष की ओर से बस जेल में बंद अलेक्सी नवाल्नी की पार्टी ने ही चुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं.
रूस में तीन दिन तक वोटिंग चली थी जिसमें देश के निचले सदन ड्यूमा की 450 सीटों के लिए चुनाव हुआ था. हालांकि यह वोटिंग शिकायतों और आरोपों से भरी रही. इंट्राफैक्स समाचार एजेंसी के मुताबिक गृह मंत्रालय ने कहा है कि चुनाव अधिकारियों को उल्लंघन की 750 से ज्यादा शिकायतें मिलीं.
गोलोज संस्था के निष्पक्ष पर्यवेक्षकों ने देशभर में अनियमितताओं की हजारों घटनाओं की सूची बनाई है. यह सूची वीडियो फुटेज और तस्वीरों के आधार पर बनाई गई है.
केंद्रीय चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि शिकायतों की जांच की जाएगी. अधिकारियों ने कहा कि रविवार सुबह तक सात हजार से ज्यादा बैलट रद्द किए जा चुके हैं.
नवाल्नी का विरोध और पुतिन की ताकत
जेल में बंद पुतिन विरोधी नेता नवाल्नी अपने आपराधिक रिकॉर्ड के चलते चुनाव लड़ने के अयोग्य हो गए थे. उन्होंने युनाइटेड रशिया पार्टी के खिलाफ रणनीतिक विरोध के लिए वोटिंग की अपील की है. उनकी टीम ने एक ऐप लॉन्च की थी जिसमें रणनीतिक वोटिंग की जा सकती थी. लेकिन शुक्रवार को इस ऐप को गूगल और प्ले स्टोर से हटा दिया गया.
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