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खिलाड़ियों के साथ चुनावी ‘खेला’ करने की तैयारी में अखिलेश, 2022 के लिए सपा का ‘मिशन खिलाड़ी’

अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले लोगों का मन टटोलने में लगे हैं. बेरोजगारी और विकास को मुद्दा बनाकर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं सपा प्रमुख खिलाड़ी घेरा का आयोजन करने जा रहे हैं.

अखिलेश यादव 29 अगस्त से पूरे प्रदेश में खिलाड़ी घेरा आयोजन करने जा रहे हैं. 29 अगस्त यानी राष्ट्रीय खेल दिवस और इस दिन समाजवादी पार्टी एक नए अभियान की शुरुआत कर रही है जिसका मकसद युवाओं के मन में जगह बनाने का है. अखिलेश यादव यह बात कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि 2022 के चुनाव में युवाओं की एक बड़ी भूमिका रहने वाली है और जितनी बड़ी तादाद में समाजवादी पार्टी युवाओं के मन में जगह बनाने में कामयाब होगी जीत उतनी ही करीब आ जाएगी.

‘खिलाड़ी घेरा’ बनाकर खेला करने की तैयारी में अखिलेश

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी है की, “सपा 29 अगस्त को ‘राष्ट्रीय खेल दिवस‘ के अवसर पर प्रदेश भर में ‘खिलाड़ी घेरा’ का आयोजन करेगी. उन्होंने ट्वीट में लिखा है, “विभिन्न खेलों के खिलाड़ियों से अपील है कि वे अपने मुद्दों को लेकर इस कार्यक्रम से जुड़ें व उपेक्षाकारी सत्ता की नींव हिला दें.”

अखिलेश यादव ने प्रदेश के सभी युवाओं से अपील की है कि जो भी किसी खेल में दिलचस्पी रखता है या जो स्पोर्ट्स स्ट्रीट वाले लोग हैं वह खिलाड़ी आगे आएं! खिलाड़ी घेरा बनाकर समाजवादी पार्टी की कोशिश उन युवाओं के लिए एक जमीन तैयार करने की है जो इस वक्त इधर-उधर की सोच रहे हैं. सपा के इस आयोजन को लेकर समाजवादी पार्टी तो उत्साहित है ही लेकिन युवा क्या सोच रहे हैं यह जानने की कोशिश की राजनीति ऑनलाइन ने.

‘अखिलेश यादव की कोशिश अच्छी है समर्थन मिलेगा’

कन्नौज के रहने वाले अभिमन्यु शर्मा बताते हैं, कि वो एथलेटिक्स में जाना चाहते हैं लेकिन उन्हें माकूल व्यवस्था नहीं मिल पा रही है. अभिमन्यु की उम्र अभी 15 साल है और वह स्पोर्ट्स में अपना करियर बनाना चाहते हैं लेकिन प्रदेश में व्यवस्थाओं की कमी के चलते वह परेशान हैं. अखिलेश यादव के ‘खिलाड़ी घेरा’ अभियान के जरिए उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश में सरकार के ऊपर दबाव बनेगा कि वह ऐसे युवाओं के लिए व्यवस्था करें जो खेल से जुड़े हुए हैं.

अभिमन्यु की तरह ही अलीगढ़ के सोनू मिश्रा कहते हैं, कि उन्होंने 2017 और 2019 में भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया था लेकिन अब 2022 में वह अखिलेश यादव को वोट देना चाहते हैं. वो कहते हैं कि उनकी उम्र 25 साल है और वह जिला स्तर के खेलों में सक्रिय रहे हैं लेकिन सरकारी उदासीनता की वजह से उन्हें वह मकान नहीं मिल पाया जिसके वह हकदार थे. इसलिए अगर अखिलेश यादव खिलाड़ियों से जुड़े किसी कार्यक्रम से प्रदेश में स्पोर्ट्स का माहौल बनाना चाहते हैं तो यह अच्छी बात है.

सपा क्यों कर रही है ‘खिलाड़ी घेरा’ का आयोजन?

अभी हाल ही में सभी ओलंपिक पदक विजेताओं को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इकाना स्टेडियम में बुलाकर सम्मानित किया. एक भव्य कार्यक्रम के जरिए प्रदेश की सरकार ने युवाओं को यह बताने की कोशिश की कि स्पोर्ट्स के लिए मौजूदा सरकार कितनी संवेदनशील है. लेकिन दूसरी तरफ सपा मुखिया अखिलेश यादव लगातार युवाओं के प्रति योगी सरकार की संवेदनहीनता का मुद्दा उठाते रहे हैं. ऐसे में खिलाड़ी घेरा कार्यक्रम का आयोजन 1 तरीके से इकाना स्टेडियम में आयोजित किए गए कार्यक्रम का काउंटर अटैक भी है.

केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार जिस तरह से ओलंपिक खेलों को लेकर एक स्पोर्ट्स स्प्रिट का पॉलीटिकल माइलेज लेना चाहती है ठीक उसी तरह अखिलेश यादव भी अच्छी तरह से जानते हैं कि युवाओं में खेलों के प्रति दिलचस्पी किसी से छिपी नहीं है और इसका लाभ राजनीतिक तौर पर लिया जा सकता है. ज्यादा अखिलेश यादव ने खिलाड़ी कार्यक्रम आयोजित करने का प्लान तैयार किया है.

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