अखिलेश बदले-बदले आ रहे नजर, क्या पिता मुलायम की नसीहत कर गई असर?
अखिलेश यादव ने सैफई से लखनऊ लौटते वक्त यादव बेल्ट को यकीन दिलाया है कि 2022 में न सिर्फ सपा की सरकार बनेगी बल्कि किसानों और युवाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा. मैनपुरी और सफाई के दौरे के वक्त अखिलेश यादव के साथ मौजूद लोग बताते हैं इस बार पार्टी प्रमुख का मिजाज बदला हुआ था.
अखिलेश मैनपुरी और सफाई का दौरा खत्म करके लखनऊ वापस लौट चुके हैं लेकिन इस बार उनका मिजाज कुछ बदला हुआ नजर आया. इसीलिए सपा कार्यकर्ता कह रहे हैं कि बदले बदले से सरकार नजर आते हैं. क्या यह पिता मुलायम सिंह यादव का असर है या फिर उनके दिए टिप्स कारगर साबित हो रहे हैं. क्योंकि मैनपुरी और सफाई के दौरे से पहले अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के बीच लंबी बातचीत हुई थी.
अखिलेश ने मैनपुरी और सैफई में क्या किया?
अखिलेश यादव इटावा के सैफ़ई गांव में पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. उनकी समस्याओं को सुनते हुए 2022 के चुनाव के लिए भी निर्देशित किया. कार्यकर्ताओं की भीड़ में एक 7-8 साल की बच्ची मैनपुरी से अखिलेश यादव को राखी बांधने आई थी. अखिलेश यादव ने हाथ बढ़ाकर उस बिटिया से राखी बंधवाने के बाद उसको उपहार स्वरूप 2000 रुपये भी दिए. अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए सवालों के जवाब दिए और जनपद के स्थानीय नेताओं के साथ 2022 के चुनाव को लेकर चर्चा भी की.
अखिलेश के बारे में क्या कह रहे हैं स्थानीय कार्यकर्ता?
मैनपुरी में रहने वाले नरेश बताते हैं ‘अखिलेश भैया पहले इतना सहज कभी दिखाई नहीं दिए, कार्यकर्ताओं के मन की बात सुनना और उसका समाधान करना जरूरी है और इस बार अध्यक्ष जी पूरे रंग में दिखाई दे रहे थे. उन्होंने न सिर्फ छोटे कार्यकर्ताओं को सुना बल्कि इशारा भी किया के जो हनक में रहेगा उसके ऊपर निगाह रखी जाएगी’ नरेश कहते हैं कि इस बार अखिलेश भैया को देख कर बड़ी खुशी मिली लगा कि 2022 में सपा की सरकार जरूर बनेगी.
मुलायम सिंह ने अखिलेश को क्या नसीहत दी है?
समाजवादी पार्टी के करीबी सूत्रों के मुताबिक मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव से स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अगर उन्हें 2022 में दोबारा से उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनना है तो जमीनी कार्यकर्ताओं से जुड़ना होगा. नेताजी मुलायम सिंह यादव ने यह भी कहा है कि चाचा शिवपाल की वापसी का रास्ता निकालना होगा और छोटे कार्यकर्ताओं को यह एहसास दिलाना होगा की पार्टी में उनकी सुनवाई होगी. शायद इसीलिए सफाई और मैनपुरी के दौरे पर अखिलेश ने इस बात का ख्याल रखा.
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नरेश की तरह ही सैफई गेस्ट हाउस में मौजूद राम प्रसाद सिंह यादव बताते हैं कि वह अखिलेश को तब से देख रहे हैं जब अखिलेश अध्यक्ष नहीं थे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी नहीं बने थे लेकिन इस बार उनका मिजाज एकदम अलग नजर आया. राम प्रसाद कहते हैं कि अगर 2022 में समाजवादी पार्टी को चुनाव जीतना है तो छोटे कार्यकर्ताओं को जागृत रखना होगा. वो कहते हैं कि शायद इस बार नेताजी मुलायम सिंह यादव ने बेटे अखिलेश को जो टिप्स दिए हैं उसका अमल अध्यक्ष जी कर रहे हैं.
2022 में बनेगी सरकार तो फिर घोड़े की रफ्तार से दौड़ेगा प्रदेश का विकास
सपा प्रमुख ने कहा कि मौजूदा सरकार सिर्फ बतोले बाजी करती है. अखिलेश यादव ने कहा है कि एटा, कानपुर देहात में बिजली का प्लांट लगने वाला था. अगर वह लग जाता तो उत्तर प्रदेश को अतिरिक्त बिजली मिलती. लेकिन भाजपा ने बिजली महंगी कर दी. सिलिंडर और सरसों के तेल की कीमत क्या है, यह सब जानते हैं. इन्हीं मुद्दों पर इस बार का चुनाव होना है. उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश की जनता मन बना चुकी है कि 2022 में भारतीय जनता पार्टी का सफाया होना है.
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