उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिवभक्तों की आस्था को ध्यान में रखकर एक बड़ा फैसला किया है. उन्होंने संकेत दिए हैं कि इस बार कावड़ यात्रा कराई जा सकती है.
Kanwar Yatra : हर साल जुलाई में सावन का महीना आते ही कांवड़ यात्रा शुरू होती है, जो अगस्त के प्रारंभ तक चलती है. इस एक पखवाड़े के दौरान उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान से लाखों शिव भक्त गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार आते हैं. उत्तराखंड सरकार भी जल्द ही कांवड़ यात्रा (Uttarakhand Kanwar Yatra) को शुरू करने की इजाजत दे सकती है.
इससे पहले हाईकोर्ट के आदेश के बाद इसे स्थगित कर दिया गया था. उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar singh Dhami) ने गुरुवार को कहा कि पड़ोसी प्रदेशों के साथ गहन चर्चा करने के बाद कांवड़ यात्रा के संचालन के संबंध में फैसला लिया जाएगा. मालूम हो कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 25 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू करने का निर्णय़ लिया है. हालांकि इस यात्रा को लेकर तमाम नियम-शर्तें लगाई गई हैं.
इससे पहले मुख्यमंत्री धामी ने मुख्य सचिव एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजी अशोक कुमार समेत शीर्ष अधिकारियों के साथ म एक बैठककी थी. इसमें पड़ोसी राज्यों के साथ इस बारे में गहन विचार-विमर्श कर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए समुचित निर्णय लेने के निर्देश दिए गए थे.
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण पिछले साल कांवड़ यात्रा स्थगित कर दी गई थी. उत्तराखंड में पुलिस अधिकारियों की अंतरराज्यीय समन्वय बैठक में भी यह राय बनी थी कि संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए फिलहाल कांवड़ यात्रा को स्थगित रखना चाहिए.
दरअसल, हर साल जुलाई में सावन का महीना आते ही कांवड़ यात्रा शुरू होती है, जो अगस्त के प्रारंभ तक चलती है. इस एक पखवाड़े के दौरान उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्यों से लाखों शिव भक्त गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार आते हैं.
यह भी पढ़ें:
- सिलिकॉन वैली पहुँचा JOIST, वैश्विक संबंधों को विस्तार देने की कोशिश!
- क्या खत्म हो गई है पीएम मोदी और ट्रम्प की दोस्ती?
- मुश्किल में बीजेपी नेता विकास गर्ग, गाज़ियाबाद कोर्ट ने कहा- “दोबारा जाँच करके रिपोर्ट पेश करे पुलिस” जानिए क्या है पूरा मामला?
- क्या है लॉकबिट जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है?
- शिवपाल सिंह यादव को अखिलेश ने दी मुश्किल मोर्चे की जिम्मेदारी, जानिए बदायूं से क्यों लाड़वा रहे हैं लोकसभा चुनाव?
अपनी राय हमें rajniti.on@gmail.com के जरिये भेजें. फेसबुक और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |