UP News: बीजेपी ने ब्लॉक प्रमुख चुनाव में 600 से अधिक सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन महामंत्री सुनील बंसल समेत तमाम पदाधिकारी बुधवार को दिन भर रणनीति बनाने में जुटे रहे.
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के बाद अब बारी है ब्लॉक प्रमुख चुनाव की और इसमें भी बीजेपी कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती. बीजेपी ने इस चुनाव में 600 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह साम दाम दंड भेद की रणनीति अपना रही है. कई दिनों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि बीडीसी सदस्यों को अपने पाले में लाने के लिए उन्हें गोवा जैसे स्थानों पर भेजा जा रहा है.
फर्रुखाबाद में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान सरकार किस हद तक अपनी ताकत का इस्तेमाल कर सकती है इसकी हकीकत सामने आई. यहां शमशाबाद ब्लॉक के 1 बीडीसी सदस्य को एक तरीके से अगवा कर लिया गया. नाम ना छापने की शर्त पर उस सदस्य ने राजनीति ऑनलाइन को बताया कि उसे स्थानीय सांसद के गेस्ट हाउस में रखा गया है. और जिले के तमाम बीडीसी सदस्यों को गोवा भेजने की तैयारी हो रही है.
बीजेपी ने अपनी सभी जिला इकाइयों को ब्लॉक प्रमुख चुनाव में 600 प्लस का टारगेट दिया है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में 67 सीटों पर कब्ज़ा जमाने के बाद बीजेपी (BJP) ने ब्लॉक प्रमुख के चुनाव (Block Pramukh Chunav) में भी विपक्षी दलों का सफाया करने के लिए खास रणनीति तैयार की है. बीजेपी ने 10 जुलाई को होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव में 20 से 30 फीसदी प्रत्याशियों को निर्विरोध जीताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी हैं.
8 जुलाई को होने वाले नामांकन में पार्टी की कोशिश है कि उसके उम्मीदवार के सामने कोई अन्य खड़ा न हो सके. इतना ही नहीं पार्टी ने गांव की सरकार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए 600 से ज्यादा सीटों पर जीत का लक्ष्य भी रखा हो. गौरतलब है कि बुधवार दोपहर को पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी. जहां जिला अध्यक्ष और विधायक के बीच विवाद था, वहां पार्टी ने अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही पार्टी ने जिले के प्रभारी मंत्रियों और जिला प्रभारियों को मोर्चा संभालने के लिए भेज दिया गया है.
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