International Yoga Day 2021: कुछ योगासन ऐसे भी हैं, जो महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत दिलाने में भी मदद करते हैं. चलिए आपको उन आसनों के बारे में बताते हैं.
International Yoga Day 2021: हर साल 21 जून के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य ये है कि लोगों को योग के प्रति जागरूक करना, उन्हें बताना कि योग करने से क्या फायदे होते हैं, योग करने से हमारे शरीर को क्या लाभ मिल सकते हैं. कुछ योगासन ऐसे भी हैं, जो महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत दिलाने में भी मदद करते हैं.
इन 4 आसनों से दूर करें पीरियड्स का दर्द
1- उष्ट्रासन- अपने घुटनों पर खड़े हो जाएं और दोनों घुटनों के बीच कंधे जितना फासला या दूरी बनाए. गर्दन, पीठ, कमर और कंधे सीधी रेखा में करें. सुनिश्चित करें कि शरीर का आकार से 90 डिग्री हो. दोनों हाथों को कमर पर रखकर सहारा दे. सांस को लेते हुए कमर के ऊपरी भाग अर्थात सर, गर्दन और पीठ हो पीछे की तरफ झुकाए. इस अवस्था को अर्ध उष्ट्रासन कहते हैं. अब सास को छोड़ते हुए बाएं हाथ से बाएं पैर के एड़ी को पकड़े और दाएं हाथ से दाएं पैर के एड़ी को पकड़े. इस अवस्था में गले, सीने और पेट पर खिंचाव उत्पन्न होता महसूस होगा.
2- बटरफ्लाई आसन- इसे तितली आसन के नाम से भी जाना जाता है. इसे करने के लिए पैरों को सामने की तरफ फैलाते हुए बैठें. इस दौरान रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें, घुटनों को मोड़ें और फिर दोनों पैरों को श्रोणि की तरफ ले जाएं. फिर दोनों हाथों की मदद से अपने पांव को कसकर पकड़ लें. प्रयास करें कि एडी जननांगों के काफी पास आ सके. लंबी और गहरी सांस लें और फिर सांस छोड़ते हुए घुटनों और जांघों पर जमीन की तरफ दबाव डालें. इसके बाद जिस तरह तितली अपने पंखों को ऊपर-नीचे हिलाती है, ठीक ऐसे ही आपको अपने दोनों पैरों को ऊपर-नीचे हिलाएं.
3- वज्रासन- वज्रासन करने के लिए आप अपने दोनों पैरों को पीछे की तरफ मोड़ते हुए घुटनों के बल बैठ जाएं. कमर, पीठ और कंधे सीधे रखें. गर्दन को सीधा रखते हुए मुंह सामने की तरफ रखें. दोनों हाथों को घुटनों के ऊपर या ध्यान मुद्रा में गोद में रखें. आंखें बंद कर मन को शांत करने का प्रयास करें और गहरी सांसे लें.
4- मार्जरी आसन- मार्जरासन करने के लिए आप सबसे पहले फर्श पर एक योगा मैट को बिछा कर अपने दोनों घुटनों को टेक कर बैठ जाएं. इस आसन को करने के लिए आप वज्रासन की मुद्रा में भी बैठ सकते हैं. अब अपने दोनों हाथों को फर्श पर आगे की ओर रखें. अपने दोनों हाथों पर थोड़ा सा भार डालते हुए अपने हिप्स (कूल्हों) को ऊपर उठायें. अपनी जांघों को ऊपर की ओर सीधा करके पैर के घुटनों पर 90 डिग्री का कोण बनाए. इस स्थिति में आपकी छाती फर्श के समान्तर होगी और आप एक बिल्ली के समान दिखाई देगें. अब आप एक लंबी सांस लें और अपने सिर को पीछे की ओर झुकाएं, अपनी नाभि को नीचे से ऊपर की तरफ धकेलें और टेलबोन (रीढ़ की हड्डी का निचला भाग) को ऊपर उठाएं. अब अपनी सांस को बाहर छोड़ते हुए अपने सिर को नीचे की ओर झुकाएं और मुंह की ठुड्डी को अपनी छाती से लगाने का प्रयास करें.
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