UP Election: अखिलेश के ‘पंच प्रहार’ से बनेगी सरकार, 5 पॉइंट्स में समझिए SP की प्लानिंग
UP Election News: मिशन 2022 की तैयारियों में लगे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री इन दिनों काफी सक्रिय हैं. सत्ता वापसी के लिए अखिलेश यादव ने फुल प्रूफ प्लान बनाया है. वो इन 5 तरीकों से है योगी आदित्यनाथ को शिकस्त देने की योजना बना रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव होने में अभी करीब 8 महीने बाकी हैं. लेकिन जिस तरह मौजूदा सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने चुनाव का माहौल बना दिया है उसके बाद सभी पार्टियों ने भी कमर कसनी शुरू कर दी है. हाल फिलहाल में यूपी में बीजेपी को अगर कोई पार्टी टक्कर दे सकती है तो वो है समाजवादी पार्टी. समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी है और पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को उम्मीद है कि 2022 में वह सत्ता में वापसी करेंगे. चुनाव को लेकर अपनी तैयारियों को वह मीडिया में खुलकर बता भी रहे हैं पार्टी के सूत्रों के हवाले से समझते हैं यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में अखिलेश की क्या प्लानिंग है?
UP Election: अखिलेश का ‘पंच प्रहार’ बनवाएगा यूपी में सरकार
1- बीजेपी को देंगे अंदरूनी चोट
आप यह तो जानते ही हैं चोट अगर अंदरूनी हो तो तकलीफ ज्यादा होती है. और अखिलेश यादव सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को वही तकलीफ देने की तैयारियों में लगे हुए हैं. कोरोना की दूसरी वेव और पंचायत चुनाव में बीजेपी के निराशजनक प्रदर्शन के बाद जिस तरह पार्टी में उथल पुथल हुआ और बीजेपी के दर्जनों विधायकों का असंतोष खुलकर सामने आया उस पर अखिलेश की नजर रहेगी.
एसपी के सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव के संपर्क में बीजेपी के कई विधायक हैं. आपको बता दें बीजेपी इस बार अपने सभी सीटिंग विधायकों को फिर से टिकट देगी इसको लेकर संदेह है. समाजवादी पार्टी इन्हीं असंतुष्टों को पार्टी में शामिल करके अपनी स्थिति मजबूत करने वाली है.
इसके अलावा जिस तरह मीडिया में उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य, ओबीसी वोटरों और कार्यकर्ताओं की बीजेपी से नाराजगी की बात सामने आ रही है, उसको भी एसपी भुनाने की कोशिश करेगी.
2- बुनियादी मुद्दों पर बीजेपी को घेरने की तैयारी
अखिलेश यादव चुनाव को हिंदू मुसलमान नहीं होने देने की कोशिशों में लगे हैं. योगी सरकार से मुद्दों पर डिबेट करना चाहते हैं. 2017 से बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से ही अखिलेश लगातार यह कहते आए हैं कि सरकार ने कोई बड़ा काम नहीं किया है. ऐसा माना जा रहा है कि 2022 के चुनाव में अखिलेश यादव बीजेपी पर उनके द्वारा किए गए कामों का हिसाब मांगेंगे. इसके साथ की कोरोना की दूसरी वेव में जिस तरह यूपी में अव्यवस्था फैली और स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गईं थी उसको लेकर अखिलेश बीजेपी की सरकार को घेरने वाले हैं.
3- UP Election में उठाएंगे मायावती की निष्क्रयता का फायदा!
मायावती इन दिनों उत्तर प्रदेश में अप्रासंगिक सी नजर आ रही हैं. मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच है और अखिलेश इसी का फायदा उठाना चाहते हैं. हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि बहुजन समाज पार्टी यूपी में कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी या किसी के साथ गठबंधन करेगी. लेकिन यह बात तो तय है कि बीएसपी की निष्क्रयता की वजह से एससी वोटरों के बंटवारे में अखिलेश को ही फायदा मिलने वाला है. इसकी एक वजह यह भी है कि बीते दिनों में बीएसपी के कई पूर्व विधायक और कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी के संपर्क में हैं और पार्टी जॉइन कर रहे हैं.
4- छोटी पार्टियों को साथ लाने की कवायद
बीते कुछ दिनों में एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कई टीवी चैनलों को दिए गए इंटरव्यू में यह बात कही है कि उनकी पार्टी आगामी 2022 के चुनाव में छोट दलों के साथ गठबंधन करेगी. अखिलेश ने 2017 में कांग्रेस और बाद में मायावती के साथ गठबंधन के अनुभव को ठीक नहीं बताते हुए कहा है कि 2022 में आरएलडी सहित कई छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन की तैयारी में है. जिस तरह यूपी का अगला विधानसभा चुनाव दो बड़ी पार्टियों बीजेपी और एसपी में ही होने की संभावना दिख रही है तो ऐसे में एसपी का छोटे दलों का साथ लेकर चलना एक बड़ी भूमिका निभा सकता है.
5- चाचा शिवपाल का साथ तभी बनेगी बात
और आखिर में बात चाचा शिवपाल से जुड़ी हुई. अखिलेश इस बात को बीते कुछ दिनों में कई बार कह चुके हैं कि चाचा शिवपाल यादव के लिए जसवंत नगर की सीट तो छोड़ ही देंगे, साथ ही वह कई बार इशारा कर चुके हैं कि उनका परिवार एक बार फिर एकजुट हो चुका है. ऐसे में शिवपाल यादव का समाजवादी पार्टी से गठबंधन तय है, इसका फायदा अखिलेश को मिलने की पूरी संभावना है. तुझे 5 पॉइंट इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि अखिलेश यादव UP Election जीतने के लिए सही ट्रैक पर हैं.
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