अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने किसान आंदोलन के सहारे एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोला है. इस हमले के सहारे उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए लाइन लेंथ सेट कर दी है.
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने किसान आंदोलन के सहारे एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोला है. शनिवार को अखिलेश यादव ने ट्वीट करते भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तंज कसते हुए कहा कि,भाजपा सरकार ने आज से एक साल पहले काले क़ानूनों की ‘काली बुनियाद’ रखी थी, जिससे आज़ाद भारत का सबसे बड़ा आंदोलन जन्मा.’ किसान आंदोलन देश के हर घर का आंदोलन है.
अखिलेश के ट्वीट से बिलबिला गई बीजेपी
यूपी, हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों के किसान दिल्ली बॉर्डर पर केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले एक साल से आंदोलन कर रहे हैं. हालांकि केंद्र और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है. इस आंदोलन के असर को अखिलेश यादव अच्छी तरह से महसूस कर रहे हैं और इसीलिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को ट्वीट के सहारे इशारा कर दिया है 2022 के चुनाव में सपा कौन सी पिच पर बैटिंग करेगी.
अखिलेश ने ट्वीट में क्या कहा?
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा, “भाजपा सरकार ने आज से एक साल पहले काले क़ानूनों की ‘काली बुनियाद’ रखी थी, जिससे आज़ाद भारत का सबसे बड़ा आंदोलन जन्मा। किसान आंदोलन देश के हर घर का आंदोलन है। भाजपाई उत्पीड़न के ख़िलाफ़ हम किसानों के साथ खड़े हैं” उन्होंने कहा, ‘किसान एकता भाजपा के दंभ को बदरंग कर देगी।’
किसानों की ताकत को भांप गए हैं अखिलेश यादव
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट और मुसलमान कंबीनेशन की ताकत को समझते हुए अखिलेश यादव अब किसानों से कनेक्शन बनाने की कोशिश में लगे हुए. अखिलेश की तरह से जानते हैं अगर इस वर्ग में सपा के प्रति प्रेम पैदा होता है तो फिर उसे हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होगा. दूसरी तरफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों के भीतर भारतीय जनता पार्टी की सरकार के प्रति जो नाराजगी है अखिलेश उसको भी सपा के पक्ष में भुनाना चाहते हैं.
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