विज्ञान भवन में हुई बैठक में किसानों ने ऐसे की सरकार की बोलती बंद

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किसान आंदोलन के प्रतिनिधियों और केंद्र सरकार के बीच विज्ञान भवन में मंगलवार को हुई बातचीत बेनतीजा रही. बातचीत के बाद बाहर आए ऑल इंडिया किसान फेडरेशन के अध्यक्ष प्रेम सिंह भंगू ने बिना लाग लपेट के ये जानकारी दी.

ऑल इंडिया किसान फेडरेशन के अध्यक्ष प्रेम सिंह भंगू ने कहा मीटिंग अमित शाह ने फिक्स कर आई थी. उनके फोन पर ही मीटिंग फिक्स की देख रही थी. जानकारी के मुताबिक सरकार और किसानों के बीच अगली बैठक गुरुवार दोपहर 12:00 बजे होगी. किसानों के साथ हुई इस बैठक में रेल मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को मनाने के लिए सरकार के काम का बखान किया और पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन दिखाया. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल किसानों को ये समझाने की कोशिश में थे कि इस सरकार ने किसानों के लिए कितने अच्छे काम किए हैं.

किसानों का सरकार को ‘दो टूक’ जवाब

मीटिंग ख़त्म होने के बाद ऑल इंडिया किसान फेडरेशन के अध्यक्ष प्रेम सिंह भंगू ने भी इस दावे की पुष्टि करते हुए कहा, “उन्होंने सरकार के कामकाज दिखाने के लिए तैयारी की हुई थी. तो हमने कहा, हमने देखा हुआ है, जो आपकी सरकार है, उसने 2014 के बाद एग्रीकल्चर के लिए कुछ अच्छा नहीं किया, हम नहीं मानते कि किसान की हालत अच्छी है.” मीटिंग में शामिल रहे प्रतिनिधियों के मुताबिक पहले दौर में कृषि मंत्री और रेल मंत्री ने किसानों को समझाने की कोशिश की कि ये क़ानून खेती और किसानों के हित में है. लेकिन, भारतीय किसान यूनियन की एक यूनिट के अध्यक्ष भोग सिंह मानसा ने बताया कि किसान प्रतिनिधियों ने इस दलील को एक सिरे से ख़ारिज कर दिया.

सरकार की अपील किसानों ने की खारिज

सरकार किसानों के मुद्दे को सुलझाने के लिए छोटी कमेटी बनाकर बातचीत करना चाहती है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से अपील की कि वह 5 सदस्य कमेटी बनाकर बातचीत करें. लेकिन कृषि मंत्री के इस मांग को किसानों ने खारिज कर दिया. कृषि मंत्री ने इशारा किया कि क़ानूनों में संशोधन हो सकता है लेकिन ‘हमने उस पर सहमति नहीं दी.’ हालांकि प्रेम सिंह भंगू के मुताबिक मीटिंग में माहौल अच्छा था और कृषि मंत्री ने भरोसा दिलाया है कि अगर गुरुवार को भी हल नहीं निकला तो बातचीत लगातार जारी रहेगी.

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