प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ Covid-19 को लेकर मंथन किया. कोरोनावायरस कई शहरों में तेजी से फैल रहा है लिहाजा पीएम मोदी इसके वैक्सीनेशन के लिए प्लानिंग कर रहे हैं.
कोरोनावायरस की तीसरी लहर आ चुकी है. देश के कई प्रमुख शहरों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. बताया जा रहा है दिसंबर के महीने में कोविड-19 से मरने वाले संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ सकती है. कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कई राज्यों में लॉकडाउन फिर से लौट रहा है. इसीलिए पीएम मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मंथन किया है. बैठक में प्रधानमंत्री ने वैक्सीन के वितरण और कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए रणनीति पर बात की.
‘कोल्ड स्टोरेज क्षमता बढ़ाने पर काम करें’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड19 हालात को लेकर मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने देश में वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर भी कुछ बातें स्पष्ट कीं. उन्होंने यह भी कहा कि राज्यों को अब पूरे जोर-शोर से कोल्ड स्टोरेज क्षमता बढ़ाने पर काम करना चाहिए. हम जल्द ही राज्यों के साथ चर्चा कर एक विस्तृत प्लान तैयार करेंगे. राज्य, जिला और यहां तक कि ब्लॉक स्तर पर भी टास्क फोर्स बनाने की जरूरत है.
‘हम सभी संभावनाओं के लिए पूरी तरह तैयार’
पीएम मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर कोविड वैक्सीन का डेवलपमेंट अंतिम चरण में है. हालांकि अभी भी कुछ सवालों के सटीक जवाब हमारे पास नहीं हैं. लेकिन हम सभी संभावनाओं के लिए पूरी तरह तैयार हैं. वैक्सीन के रोल आउट का अंतिम फैसला राज्यों के साथ बातचीत कर के लिया जाएगा.
‘स्पीड के साथ सेफ्टी भी जरूरी’
उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस वैक्सीन को लेकर भारत के पास जैसा अनुभव है, वह दुनिया के बड़े बड़े देशों के पास भी नहीं है. हमारे लिए जितनी जरूरी स्पीड है, उतनी ही जरूरी सेफ्टी भी है. कोरोना से लड़ाई की शुरुआत से ही हमने एक-एक देशवासी का जीवन बचाने को प्राथमिकता दी है. अब वेक्सीन आने के बाद भी हमारी प्राथमिकता होगी कि सभी तक वैक्सीन पहुंचे.
‘वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तेज करने होंगे प्रयास’
यह भी कहा कि भारत आज कोविड19 से रिकवरी और मृत्यु दर के मामले में अन्य देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है. टेस्टिंग से लेकर इलाज तक व्यापक नेटवर्क पूरे देश में अच्छे से चल रहा है और इसे विस्तार दिया जा रहा है. पीएम केयर्स भी कोविड के खिलाफ लड़ाई में योगदान दे रहा है. इस फंड से हजारों नए वेंटिलेटर हॉस्पिटल्स को मुहैया कराए जा रहे हैं. इसके लिए 2000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दी कोविड-19 की तीसरी लहर की चेतावनी
डब्ल्यूएचओ ने यूरोप को फटकार लगाते हुए कहा है कि गर्मियों में हालात बेहतर होने के बावजूद कई देशों ने लापरवाही दिखाई और अब उन्हें और भी घातक तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेष दूत डेविड नाबारो ने स्विट्जरलैंड के अखबार सोलोथुर्नर साइटुंग से कहा कि जिस तरह के हालात चल रहे हैं, बहुत मुमकिन है कि 2021 की शुरुआत में यूरोप को महामारी की घातक तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है. भारत की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के तीसरी लहर की दस्तक देखी जा सकती है.
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