क्या भारत में कंट्रोल होने लगा है कोरोनावायरस?

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भारत में 22 सितंबर तक तकरीबन 6 करोड़, 62 लाख टेस्ट हो चुके हैं. आईसीएमआर के मुताबिक़ पिछले एक दिन में साढ़े नौ लाख टेस्ट हुए हैं. लेकिन इसमें से कितने RT-PCR टेस्ट हैं और कितने रैपिड एंटीजेन टेस्ट हैं – ये आँकड़े स्पष्ट नहीं हैं.

Covid-19 in India Live Updates: भारत में सबसे ज़्यादा प्रभावित सात राज्यों की बात करें, तो महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पश्चिम बंगाल का नाम आता है. दिल्ली के अलावा बाक़ी सभी राज्यों में पिछले दिनों कोरोना के नए मामलों में कमी देखने को मिले हैं. हर सप्ताह होने वाली कोरोना की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार ने एक बार फिर रिकवरी रेट को लेकर अपनी ही पीठ ठोकी है. केंद्र सरकार के मुताबिक़ भारत का रिकवरी रेट दुनिया में सबसे बेहतर हैं. पिछले चार दिनों से रोज़ आने वाले कोरोना के नए मामलों के मुक़ाबले कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या अधिक है.

भारत: एक दिन में 70 हज़ार कोविड-19 मरीज़ हुए ठीक

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पांच सितंबर को कोरोना वायरस से जूझ रहे 70,072 लोग स्वस्थ हुए हैं. यह एक दिन में कोविड-19 के मरीज़ों के ठीक होने का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इस तरह से देश का रिकवरी रेट 77.23 प्रतिशत हो गया है. आईसीएमआर का कहना है कि पांच सितंबर तक भारत में कोरोना वायरस के लिए 4,88,31,145 सैंपल जांचे जा चुके हैं. इनमें से 10,92,654 नमूनों की जांच शनिवार को हुई.

बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि भारत में कोविड से होने वाली मृत्यु की दर काफ़ी कम है. मंत्रालय के अनुसार, भारत में प्रति दस लाख लोगों में से 48 लोगों की कोविड से मौत हुई है. जबकि वैश्विक स्तर पर औसत प्रति दस लाख लोगों पर 110 लोगों का है.

पिछले कुछ दिनों से भारत में रोज़ाना कोरोना के 70 हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आ रहे हैं लेकिन ये पहली बार है जब एक दिन में संक्रमण के 78 हज़ार से भी ज़्यादा मामले दर्ज किए गए. जॉन्स हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी के आँकड़ों के अनुसार दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के कुल 2,51,32,320 मामले हो गए हैं. दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की कोशिशों में दिन-रात जुटे हुए हैं. कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन कब तक बन सकती है?

दिल्ली सरकार का अहम फैसला

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना से रिकवर हुए कुछ लोगों में सांस में परेशानी और कम ऑक्सीजन स्तर जैसे लक्षण आए हैं. कुछ मरीजों की मौत भी हुई है. उन्होंने कहा कि हमारे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भी डिस्चार्ज होने के बाद पूरी तरह रिकवर होने में समय लगा. ऐसे लोगों के लिए हमने उन्हें घर पर भी ऑक्सीमीटर भी उपलब्ध कराने का फैसला किया है. उन्हें ऑक्सीजन concentrators भी उपलब्ध कराया जाएगा. जिससे कि ऑक्सीजन लेवल कम होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत न पड़े.

  1. अमरीका में संक्रमण के मामले 55 लाख से ज़्यादा, अब तक एक लाख 72 हज़ार से ज़्यादा मौतें
  2. ब्राज़ील दूसरे पायदान पर, 34 लाख से ज़्यादा संक्रमण, करीब एक लाख 10 हज़ार लोगों की मौत
  3. भारत में कोरोना संक्रमण के मामले 28 लाख के पार पहुंचे, मरने वालों की संख्या 53 हज़ार के पार
  4. कोरोना से मौत के मामले में मैक्सिको तीसरे पायदान पर, मैक्सिको में अब तक क़रीब 58 हज़ार लोगों की कोविड-19 से मौत हो चुकी है.

ऐसे पहचाने कोरोना के लक्षण?

ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस ने कोरोना वायरस के तीन लक्षणों को चिन्हित किया है. इन लक्षणों का अंदाज़ा होते ही आपको सचेत होना है और तमाम एहितायात बरतने होंगे, जिसमें चिकित्सीय सलाह लेना भी शामिल है.

लगातार खांसी का आना- इस कारण लगातार खांसी हो सकती है यानी आपको एक घंटे या फिर उससे अधिक वक्त तक लगातार खांसी हो सकती है और 24 घंटों के भीतर कम से कम तीन बार इस तरह के दौरे पड़ सकते हैं. लेकिन अगर आपको खांसी में बलग़म आता है तो ये भी चिंता की बात हो सकती है.

बुख़ार- इस वायरस के कारण शरीर का तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है जिस कारण व्यक्ति का शरीर गर्म हो सकता है और उसे ठंडी महसूस हो सकती है. और गंध और स्वाद का पता नहीं चलना- विशेषज्ञों का कहना है कि बुख़ार और खांसी अब भी वायरस के वो संभावित महत्वपूर्ण लक्षण हैं जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए.

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