अमेठी : देश में बढ़ती महंगाई को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक टिकैत के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उपजिलाधिकारी मुसाफिरखाना के माध्यम से एक ज्ञापन भेजा.
किसानों की सरकार से कई मांगे हैं. किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि आज देश का किसान नकदी के भारी संकट से जूझ रहा है और ऐसे में लगतार महंगाई बढ़ती जा रही है. जिसका असर सीधा किसानों के जीवन पर पड़ रहा है.
ये है किसानों की मांगें –
- डीजल-पेट्रोल पर राज्य द्वारा लगाए गए टैक्स में कमी की जाए, जिससे ये सस्ता हो सके.
- किसान सम्मान निधि की राशि को 6 हजार रुपये से बढ़ाकर 24 हजार रुपये किया जाए.
- न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून के दायरे में लाकर मंडियों में हो रही लूट को रोका जाए.
- आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन व प्रस्तावित विद्युत संशोधन अधिनियम को तुरंत वापस लिया जाए.
- किसानों के सभी तरह से पिछले एक साल तक के कर्ज माफ किया जाए.
- बिजली के दरों में कमी कर वर्तमान में खेती के लिए नलकूप पर कम से कम 16 घंटे बिजली दी जाए.
- ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू व निजी नलकूप के संयोजन कर ब्याज व पेनाल्टी की छूट दो माह तक बढ़ाई जाए.
- किसान ऋण मोचन योजना के अंतर्गत पत्र लंबित प्रार्थना पत्र का निस्तारण कर किसानों की राशि जारी की जाए.
- चालान के नाम पर पुलिस द्वारा हो रहे उत्पीड़न से नागरिकों को राहत दिलाई जाए.
जगदीशपुर ब्लॉक प्रभारी व अध्यक्ष इनाम उल्ला गुर्जर ने बताया कि देश में बढ़ रही कमरतोड़ महंगाई व किसानों को हो रही परेशानी को लेकर हम लोगों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है. उन्होंने बताया कि एसडीएम ने अश्वासन दिया है कि वे हमारे संगठन की बात वहाँ तक पहुंचाएंगे. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक टिकैत के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.
रिपोर्ट : कुमैल रिज़वी
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