‘अब हम कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में अपनी रणनीति पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जैसा होना चाहिए. हमारे सामने दोहरी चुनौती है- एक बीमारी का संक्रमण फैलने की दर को कम करना और दूसरा समस्त दिशानिर्देशों का पालन करते हुए धीरे-धीरे सार्वजनिक गतिविधियों को बढ़ाना. हमें इन दोनों उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए काम करना होगा.’
कोरोना वायरस के चलते घोषित लॉकडाउन के बाद की रणनीति तय करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक बैठक में पीएम ने ये बात कही. लेकिन क्या ज़मीन पर हालत सामान्य हैं और क्या हमारा प्रशासनिक अमला तैयार है. ये सवाल इसलिए क्योंकि बहराइच में महसी विधायक सुरेश्वर सिंह जब आधी रात को हालत का जायजा लेने निकले तो उन्हें गुस्सा आ गया.
दरअसल, विधायक जी पैदल जा रहे श्रमिकों को देख भड़क गए. उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. और श्रमिकों के लिए तत्काल वाहन उपलब्ध करवाने का दिया निर्देश दिए.
इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट जय प्रकाश को उन्होंने जमकर फटकार लगाई. उन्होंने पुलिस कर्मियों के ऊपर इल्जाम लगाया कि यहां जमकर उगाही की जा रही है.
बहराइच जिले का ये हाल तब है जब बीते 24 घंटे में 3604 की बढ़ोतरी के साथ भारत में कोरोना वायरस के मरीजों का आंकड़ा 70 हजार को पार (70756) कर गया है. इस दरम्यान 87 लोगों की मौत भी हुई. इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 2293 तक पहुंच गया है.
अब तक 22455 लोग इस महामारी से उबर भी चुके हैं. कोरोना वायरस के मामलों को 60 से 70 हजार पहुंचने में सिर्फ तीन दिन लगे हैं. जानकारों के मुताबिक संक्रमण का प्रकोप इसी तरह बढ़ता रहा तो एक हफ्ते के भीतर ही यह आंकड़ा एक लाख तक पहुंच सकता है.