बॉयज़ लॉकर रूम मामले में नई जानकारियां सामने आ रही है. पुलिस ने ये जानकारी दी है कि ये चैट #BoisLockerRoom का हिस्सा नहीं थी बल्कि दो लोगों के बीच स्नैपचैट पर हुई बातचीत थी. इसमें ‘सिद्धार्थ’ नाम के नक़ली प्रोफ़ाइल से गैंगरेप की बात की गई थी. दिल्ली पुलिस को जाँच में पता चला है कि सोशल मीडिया पर शेयर की गई जिस चैट में गैंगरेप की बात थी वो एक लड़की के अकाउंट से की गई थी.
सोशल मीडिया पर कुछ दिनों पहले#BoisLockerRoom और #GirlsLockerRoom हैशटैग ट्रेंड कर रहे थे. ये दोनों चैट ग्रुप्स हैं जो फ़ोटो शेयरिंग सोशल नेटवर्किंग साइट इंस्टाग्राम पर बनाए गए थे. चार और पाँच मई को इनके स्क्रीनशॉट ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे. अब इस मामले में एक और खुलासा हुआ है. डीसीपी साइबर सेल अन्येश रॉय ने बताया, “स्नैपचैट पर एक लड़की ने ‘सिद्धार्थ’ नाम से फ़र्ज़ी अकाउंट बनाया था. लड़की गैंगरेप की बातचीत के ज़रिए एक लड़के के व्यवहार और चरित्र का पता लगाना चाहती थी. ये दो लोगों के बीच की बातचीत थी और इस लड़की की मंशा धोखा करना नहीं था इसलिए क़ानून के अनुसार उसके ख़िलाफ़ कोई अपराध भी नहीं बनता है.”
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क्या है सच्चाई?
स्नैपचैट पर लड़की ने ‘सिद्धार्थ’ नाम से फ़ेक प्रोफ़ाइल बनाई. इससे वह एक लड़के से बात किया करती थी. लड़की ने इसी फ़ेक प्रोफ़ाइल से एक लड़की के रेप का प्लान बनाते हुए उस लड़के को मैसेज किया. इसमें ये लड़की अपने ही रेप की बात कर रही थी. चैट में लिखा था, “हम उसका आसानी से रेप कर सकते हैं… मैं गैंगरेप के लिए कुछ और लोगों को भी बुला सकता हूं.”इसके जवाब में दूसरे लड़के ने ‘नो’ लिखकर मना कर दिया था और सिद्धार्थ से आगे बात नहीं की थी. ये चैट सिर्फ़ इन दो लोगों के बीच हो रही थी. हालांकि, इसका भी पता लगाया जा रहा है कि आगे बात नहीं हुई या चैट डिलीट कर दी गई थी.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक़ लड़की इसके ज़रिए उस लड़के की प्रतिक्रिया, लड़कियों को लेकर उसके ख़याल और चरित्र के बारे में जानना चाहती थी. पुलिस के मुताबिक़, स्नैपचैट पर बात करने वाले दोनों यूज़र नाबालिग़ हैं और उनका बॉयज़ लॉकर रूम से कोई संबंध नहीं है. इस मामले में इस्तेमाल हुए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पुलिस ने ज़ब्त करके फॉरेंसिक जाँच के लिए भेज दिए हैं.