कोरोना वायरस के समय में कौन है जो बहराइच में माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा है. किसने नवाबगंज क्षेत्र के ग्राम जमनहा में बने काली मंदिर में मां काली की मूर्ति का साथ तोड़फोड़ की है?
ख़बर बहराइच से है, और यकीन मानिए कि ये खबर कोरोना काल में अच्छी कतई नहीं कही जा सकती. क्योंकि कोई है जो जिले का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा है. कोई है जो ये नहीं चाहता कि इस मुश्किल समय में गरीबों और मजबूरों तक मदद पहुंचाई जाए. क्योंकि बहराइच जिले के नवाबगंज क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है. यहां जमनहा गांव के बाहर बने मां काली के मंदिर में कुछ असामाजिक तत्वों ने मंदिर में तोड़फोड़ की और मां काली की मूर्ति को खंडित कर दिया.
जमनहा गांव के बाहर ये मंदिर बना है और यहां पर गांववालों रोजाना पूजा-पाठ करने के लिए आते हैं. गांववालों की इस मंदिर में आस्था है. और इसलिए जिसमें भी इस मंदिर में तोड़फोड़ की है वो ये जानता है कि अगर यहां आस्था के साथ तोड़फोड़ होगी और आक्रोश भड़केगा. वाकया सुबह है जब जब ग्रामीण मंदिर में पूजा पाठ के लिए गए तो वहां पर मूर्ति के कई खंड मिले जो खेतों में इधर-उधर बिखरा पड़े थे.
मूर्ति को देखकर गांव वाले आक्रोशित हो उठे और जानकारी स्थानीय थाना नवाबगंज में दी गई. थाना प्रभारी शमशेर बहादुर सिंह ने मौके पर पहुंचकर तितर-बितर पड़ी मूर्ति के अवशेष इकट्ठा करवाया और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि थाना नवाबगंज में मुकदमा पंजीकृत कर जांच-पड़ताल शुरू की जाएगी.
इस घटना की सूचना मिलने के बाद क्षेत्राधिकारी नानपारा अरुण चंद्र त्रिपाठी, थाना मटेरा प्रभारी शेषमणि पांडे, नानपारा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ओ.पी. चौहान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहीं भारतीय जनता पार्टी के भारतीय जनता पार्टी की जिला कार्यकारिणी सदस्य पिंटू गुप्ता, अध्यक्ष नवाबगंज मंडल बलवंत सिंह और कई समाजसेवी भी मौके पर पहुंचे. इन सभी लोगों ने मांग की है कि जो भी दोषी है उसपर कार्रवाई की जाए.